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बीकानेर,गोचर और गाय के मुद्दे पर प्रदेशभर से संत, गोभक्त और गोपालकों का मुरली मनोहर मैदान भीनासर में हुआ प्रदेश सम्मेलन में राजस्थान में भजन लाल की सरकार के खिलाफत अपने ही लोगों ने बिगुल बजाया है। जो संत और गो भक्त भाजपा के गीत गाते नहीं थकते थे वे अब राजस्थान में भाजपा की सरकार की मंच से सार्वजनिक आलोचना कर रहे है। भाजपा नेता देवी सिंह भाटी ने इसी मंच से कहा है कि वे तीन चार दिन में बड़े आन्दोलन, विशाल अनिश्चित कालीन धरना देने की घोषणा करने वाले है। अगर देह त्यागनी पड़ी तो देह त्याग दूंगा। वाजिब बात है यह लड़ाई लम्बी लड़नी पडेगी। सभी संगठन रखों। चुनाव में भाग मत लो। सारे समर्थक एक हो जाओ।
वैसे भजन लाल की सरकार के गठन के बाद कांग्रेस के मंच से तो भजन लाल सरकार की जमकर आलोचना होती रही है। मुख्यमंत्री कमजोर है। सरकार अफसर चला रहे हैं। सरकार नाम की कोई व्यवस्था नहीं है। खैर कांग्रेस के ये आरोप तो विपक्ष की भूमिका मानकर खारिज किए जा सकते हैं, परन्तु भाजपा के विधायक भी दबी जुबान से कहते रहे हैं कि सरकार में उनकी नहीं सुनी जाती। अफसर मनमानी करते हैं। जनता में तो आमतौर पर यह खुसर-फुसर चल रही है कि सरकार कमजोर है। जनता की कोई सुनवाई नहीं है। अफसर मनमानी करते है।
इससे बड़ी बात भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने प्रदेशभर से आए लोगों के मंच से कहा है कि गोचर के मामले में वे मुख्यमंत्री और अन्यों से मिले मुख्यमंत्री ने जो निर्देश दिए उस निर्देशों की प्रशासन पालना नहीं कर रहा है। ऐसी कमजोर सरकार मैनें नहीं देखी। सरकार के निर्देश और प्रशासन नहीं माने? प्रशासन खड़े खड़े पेशाब नहीं कर दें। सरकार में दम नहीं है। सरकार के दो वर्षों के काम से आम जन संतुष्ट नहीं है। सरकार पर भरोसा नहीं है लोगों ने राजस्व शिविरों में जाना बंद कर दिया है।
इस मंच से जो भी वक्ता आए उसने सरकार की गोचर और गाय के मुद्दे पर जमकर भर्त्सना की। बोलने वाला चाहे संत हो या गोभक्त। सरकार को चेतावनी दी कि संभल जाए अब खैर नहीं है। देवी सिंह भाटी ने खुलम खुला सरकार के खिलाफ आव्हान किया कि गोचर के मुद्दे पर प्रतिनिधि कितनी बार मंत्रियों के आगे हाथ जोड़े, ज्ञापन दिया। कुछ फर्क पड़ा क्या? गोचर की जो बात रखी सही बात है। अब एक बार मन बना लो। सबसे बात करो। फिर निर्णय करो। जो कदम उठाओगे महसूस हो जाएगा सरकार को।
भाटी ने गोचर आन्दोलन से जुड़े प्रदेशभर से आए लोगों से सवाल किया कि सरकार आप से क्यों डरें? सरकार को हिलाने के लिए आंखें दिखाने वाला चाहिए। सरकारें बहुत कमजोर होती है। आप तय कर लो कोई चुनाव हो या सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। सब वोट और सत्ता की चिन्ता में रहते हैं। भाटी और सभी वक्ताओं ने इस मंच से सरकार की नाकामी को उजागर किया। वहीं प्रशासन की मनमानी और अनदेखी पर रोष जताया। भजन सरकार के खिलाफ प्रदेश के गोचर आन्दोलन के प्रतिनिधि लोगों का यह बिगुल सरकार को भारी पड़ सकता है, क्योंकि इसका संदेश व्यापक स्तर पर जाने वाला है।

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