Trending Now

 

 

 

 

बीकानेर,डाइट बीकानेर के सीएमडीई प्रभाग के निर्देशन में आयोजित चार दिवसीय आमुखीकरण कार्यक्रम का आज समापन हुआ। डाइट प्राचार्य प्रवीण खत्री ने बताया कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित नई पाठ्यपुस्तकें प्रारंभिक शिक्षा को अधिक रोचक, अनुभवात्मक और व्यावहारिक बनाएँगी।
प्रभागाध्यक्ष कुसुमलता ने नवीन पाठयपुस्तकों को राजस्थान के लाखों विद्यार्थियों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में की गई नई पहल और प्रकाश-पुंज की संज्ञा दी।
नवीन पाठयपुस्तकों के लेखन एवं संपादन के साक्षी रह चुके राज्य संदर्भ व्यक्ति (SRG) सीताराम ‘सितारा’ ने सत्रानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, SCF, NCF, के महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर बनी नई पुस्तकों की विशिष्टताओं पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। पुस्तकों के कलेवर, बहुभाषिकता, बहुविषयात्मकता, ORF, बाल मनोविज्ञान, खेल एवं कला, भारतीय ज्ञान परंपरा, स्पाइरल लर्निंग, पियर ग्रुप लर्निंग, डिजीटल लर्निंग, वैज्ञानिक सोच, तार्किक चिंतन, 21वीं सदी के कौशल, आपदा प्रबंधन समावेशी शिक्षा आदि के नवीन पाठयपुस्तकों में समावेशन पर विस्तारपूर्वक गतिविधि आधारित चर्चा की गई। सितारा ने “मैथ-ए-मैजिक और हिंदी की बिंदी” पर चर्चा करते हुए बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों के लिए प्रारंभिक शिक्षा (6 से 11 वर्ष) जीवन की बुनियाद होती है इस दौरान वह अपने आसपास की भाषा, कला व संस्कृति को जानने व समझने की शुरुआत करते हैं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए नई पाठ्यपुस्तकें विकसित की गई है जो भारतीय ज्ञान परंपरा स्थानीय भाषा, कला, संस्कृति, 21वीं सदी के कौशल, सामाजिक-भावनात्मक कौशल और शारीरिक शिक्षा का मणिकांचन संयोग है। इन पाठ्यपुस्तकों में विद्यार्थियों में तार्किक चिंतन, स्पष्ट अवधारणात्मक समझ, रचनात्मकता और अभिव्यक्ति कौशल को विकसित करने वाली रोचक कहानियाँ, कविताएँ, पहेलियाँ, प्रेरक-प्रसंग, संवाद गतिविधियाँ और खेल शामिल किए गए हैं। RSCERT द्वारा इस संदर्भ में शिक्षक संदर्शिका तैयार की जा रही है जो जल्द ही शिक्षकों के हाथों में होंगी।
संभागी नरेश कुमार ने क्षेत्रीयता, स्थानीय/मातृभाषा पर विचार विमर्श करते हुए सत्र लिया। NEP 2020 के परिप्रेक्ष्य में सामाजिक, भावनात्मक, नैतिक (SEE) लर्निंग पर मनीष सारण ने भी प्रभावी प्रबोधन किया।
डाइट व्याख्याता पूनम शर्मा ने नई पुस्तकें न केवल राजस्थान के नौनिहालों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में नवाचारी कदम साबित होंगी बल्कि उनकी सीखने की यात्रा को आनंददायी बनाकर उनके सर्वांगीण विकास में भी सहायक होंगी। सभी संभागियों ने प्रशिक्षण को रुचिकर बताते हुए सराहना की।

Author