
बीकानेर,राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय बीकानेर में नई किरण नशा मुक्ति केंद्र तथा महाविद्यालय की एनएसएस की चारों इकाइयों के संयुक्त तत्वाधान में आज नशे के दुष्प्रभाव विषय पर विशिष्ट व्याख्यान एवं नशा मुक्ति शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता शिक्षाविद, साहित्यकार एवं पत्रकार हरीश बी शर्मा रहे।
अपने प्रभावी संबोधन में हरीश बी शर्मा ने युवाओं में बढ़ती नशाखोरी पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि “नशा व्यक्ति को स्वयं से दूर कर देने वाला भुलावा है”। उन्होंने विद्यार्थियों को कुसंगति से दूर रहने, सकारात्मक वातावरण अपनाने और समाज में नशा मुक्त वातावरण के निर्माण हेतु प्रेरित किया। शर्मा ने कहा कि
परिवार, समाज और राष्ट्र के हित में प्रत्येक युवा का कर्तव्य है कि स्वयं भी नशा न करें और दूसरों को भी न करने दें। सबसे पहले अपने परिवार से ही गांधीवादी तरीके अपनाकर नशा छोड़ने हेतु प्रेरित किया जाना चाहिए।”*
उन्होंने तंबाकू, गुटखा, शराब, ड्रग्स आदि आज के दौर में बढ़ रहे विभिन्न प्रकार के नशों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शिक्षा, संवाद, व्यक्तिगत एवं सामूहिक सहयोग के माध्यम से नशे में फंसे व्यक्ति को बाहर निकाला जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर कानूनी सख्ती भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य डॉ. नवदीप सिंह बैंस ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है तथा मनुष्य के नैतिक पतन का कारण बनता है। उन्होंने संयमित और अनुशासित जीवन शैली अपनाने तथा नशे से दूरी बनाए रखने का संदेश दिया।
नई किरण नशा मुक्ति केंद्र के प्रभारी रवींद्र शर्मा एवं सुनीता बिश्नोई ने केंद्र की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि “केंद्र का उद्देश्य युवा पीढ़ी में बढ़ती नशाखोरी की प्रवृत्ति का समग्र उन्मूलन करना है।”
इस अवसर पर मीडिया प्रभारी प्रोफेसर उज्ज्वल गोस्वामी, एनएसएस इकाई प्रभारी हिमांशु कांडपाल एवं अंजू सांगवा, संकाय सदस्य विजयलक्ष्मी शर्मा, रवि शंकर व्यास, सुमन बिश्नोई सहित अन्य शिक्षक व छात्राएं उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम के अंतर्गत नशा मुक्ति केंद्र में सखी के रूप में कार्यरत छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर में नशे के दुष्प्रभावों पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई, जिसे छात्राओं एवं शिक्षकों द्वारा सराहा गया। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य व आगंतुक मेहमानों के द्वारा सभी छात्राओं को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई।












