बीकानेर,ऑल इंडिया रेलवे मैन्स फेडरेशन यूनियन के आह्वान पर रेलवे उत्पादन इकाई एवं मेंटींनेंस डिपो के निजीकरण की कवायद के विरोध आज पूरे देश के रेल कर्मचारियों ने मुख्यालयों, मंडल कार्यालयों, के साथ सभी शाखाओं पर अपना विरोध दर्ज करवाया इसी क्रम में बीकानेर मंडल के मुख्य द्वार पर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया इस में कॉम ब्रजेश ओझा जोनल उपाध्यक्ष ने कहा केंद्र सरकार के अधीन रेल मंत्रालय आजादी से पूर्व एवं बाद मे बनी कपूरथला आरसीएफ रेल कोच फैक्टरी, DCW पटियाला,DLW बनारस ,CLW चितरंजन, ICF चेन्नई, कास्ट वील प्लांट छपरा, राय बरेली फैक्टरी आदि जगह स्थित रेल उत्पादन इकाई एवं मेंटीनेंस डिपो का निजीकरण करना रेल की सुरक्षा एवं सरँक्षा दोनों को खतरा है । इन इकाई मे रेल के चक्का, रेल डब्बा, रेल का उपयोग होंने वाले कलपुर्जे आदि का निर्माण निजी हाथों में देना जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ करना है । इस से रेल की सुविधाओं पर असर पड़ेगा । देश की ये ही उत्पादन इकाई है जिसने कोरोना काल मे देश को आपात स्थिति मे रेल को चिकित्सा हेतु कम समय मे कोचों का निर्माण करके दिया इसी आपदा में बिना अपनी जान की परवाह किये रेल कर्मचारियों ने दिन रात रेल की सेवा की ओर देश का पहिया रुकने नही दिया।
रेल का निजीकरण से समस्त प्रकार की रियायते बंद होगी। पूंजीपतियों के हाथ कुशल एवं.प्रशिक्षित युवा का कौशल के अनुसार अपना मेहताना एवं सुविधाएं नही मिलेगी, युवाओं का शिक्षित के बाद सरकारी सेवा का सपना सपना रह जायेगा।
सरकार ने अपनी इस तानशाही फरमान को वापिस नही लिया तो देश का रेल कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे।
कॉम गणेश वसिष्ठ शाखा सचिव ने उत्पादन इकाइयों का निजीकरण करने पर अपना रोष प्रकट किया एवं कर्मचारियों की न्यू पैंशन स्कीम को बंद कर पुरानी पेंशन को जल्द चालू करने की सरकार से मांग की।
इस प्रदर्शन में कॉम आनंद मोहन , मोहम्मद सलीम क़ुरैशी, शशिकांत , देवेंद्र, संजीव मालिक, महेंद्र, विजय, सोंनु, सुनील ,मांगीलाल ,पवन, मुकुल, जय प्रकाश,सतवीर, शौरभ कांत, जितेंद्र चौधरी, राजेन्द्र, दीन दयाल, संजय, दिलीप, सिकंदर, शिवानंद,विश्वेन्द्र सिंह,इंद्र कुमार,दौलत सिंह,प्रकाश, सुरेंदर सिंह, जुगल किशोर,नीरज भटनागर, राजेश शर्मा, वेद प्रकाश, मदन, कमलेश मीणा, हितेश, ज़ाकिर, विनोद,के साथ सैकड़ो कर्मचारियों मौजूद रहे।