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बीकानेर,राजकीय महारानी कॉलेज में आज क्षेत्रीय निवेशक जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता श्री भगवानदास जी सांवरिया, डीजीएम सेबी, अहमदाबाद ने अपने मुख्य उद्बोधन में विद्यार्थियों को सजगता के साथ निवेश करने का सुझाव देते हुए प्रलोभन से बचने की सलाह दी। सांवरिया ने इन्वेस्टमेंट और सेविंग में भी अंतर बताते हुए कहा कि सेविंग से कितना कितना हिस्सा इन्वेस्ट करना है, यह भली-भांति स्वयं को ही निर्धारित करना पड़ता है । निवेशक के लिए इन्वेस्ट करने से पूर्व पूरी जानकारी प्राप्त करना ही लाभकारी होता है । आगे उन्होंने कहा कि बाजार में धोखाधड़ी से बचने के लिए यह आवश्यक है कि जो सेबी से रजिस्टर्ड हो उसी में इन्वेस्ट करें। निवेश करने से पूर्व ज्ञानार्जन कर कंपनी के प्रोफाइल आदि की विस्तृत जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

एनएसडीएल के असिस्टेंट मैनेजर श्री मनीष शर्मा ने विभिन्न तरह के होने वाले फ्रॉड से बचने के उपायों पर चर्चा की । उन्होंने बताया यदि किसी प्रकार धोखाधड़ी होती है तो जहां भी आपका अकाउंट है सर्वप्रथम उस ब्रोकर के ग्रीवेंस सेल पर शिकायत करनी चाहिए। शिकायत का निस्तारण ना होने पर सेबी और एनएसडीएल निरंतर शिकायतों की का निस्तारण करने हेतु प्रयासरत रहती है। शर्मा ने बताया की कंपनी के लिए हर तरह की जानकारी सेबी और एनएसडीएल को उपलब्ध करवाना अनिवार्य है, जिससे निवेशक को उस कंपनी की सभी प्रकार की गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे।
विशिष्ट वक्ता श्री पंकज कुमार डेप्युटी मैनेजर एनएससी जयपुर ने निवेशकों से जागरूक रहने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की जानकारी हेतु एनएससी की साइट का उपयोग कर जानकारी हासिल की जा सकती है।
इन सब से पूर्व महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर विजय श्री गुप्ता ने आगंतुकों का स्वागत किया और छात्राओं से इस संबंध में अधिकाधिक जानकारी प्राप्त करने का आह्वान किया। डॉ गुप्ता ने महिलाओं की निवेशक के रूप में भूमिका पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों द्वारा उत्साहवर्धक तरीके से एक निवेशकौ को किस रूप में कार्य करना चाहिए आदि अनेक प्रश्नों का समाधान भी प्राप्त किया। इससे पूर्व डॉ श्रुति गोस्वामी के निर्देशन में संगीत की छात्राओं ने कालबेलिया नृत्य और स्वागत गीत का गायन किया। कार्यक्रम समाप्ति पर डॉ रजनी रमण झा संयोजक ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा विशेष रूप से एनसीसी, एनएसएस और रेंजरिंग की छात्राओं का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।

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