बीकानेर.सोशल मीडिया प्लेटफार्म का दुरुपयोग कर अपराध की तरफ कदम बढ़ाने वाले युवाओं को ऐसा करने से रोकने के लिए 954 साइबर मित्रों की फौज मैदान में उतारी गई है। पुलिस के यह साइबर मित्र सोशल मीडिया पर निगरानी रखते हैं। गैंगस्टर्स के सोशल मीडिया अकाउंट से जुड़ने वाले स्थानीय युवाओं को चिह्नित कर उनको फॉलो करते हैं। साथ ही अपराध की दुनिया में उतरने की कोशिश करने वाले युवाओं को कानून का पाठ भी पढ़ाने का काम करते हैं।
इसलिए पड़ी जरूरत
इन दिनों हथियारों का प्रदर्शन, भड़काऊ और उकसाने वाले पोस्ट तथा युवाओं को अपराध से जुड़ने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन सोशल मीडिया साइट्स पर दिए जाते हैं। इनके झांसे में आकर कई युवा ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म से जुड़ भी जाते हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने बीकानेर रेंज का सोशल मीडिया प्रकोष्ठ गठित किया है। बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने अपराधियों के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपने गिरोह को बढ़ाने पर नकेल कसने की दिशा में यह पहल की।
युवाओं के प्रभावित करने वाले बड़े कारण
अपराधियों की विलासितापूर्ण जीवन शैली, महंगी गाडि़यां, हथियार।
बेरोजगारी, युवाओं में भटकाव, महंगे शौक, बुरी संगत और नशे की लत।
माता-पिता एवं परिजनों का अपने लाडलों खासतौर से किशोरवय पर ध्यान नहीं देना।
राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक प्रभुत्व पाने की लालसा।
अपराधियों का सोशल मीडिया पर महिमा मंडन।
यह काम कर रहा सोशल मीडिया प्रकोष्ठ
सक्रिय आदतन अपराधियों एवं हार्डकोर अपराधियों के क्रियाकलापों एवं उनके गुर्गों की सोशल मीडिया पर निगरानी।
अपराधिक गतिविधियों के वीडियो, फोटो सोशल मीडिया पर डालने वाले अपराधियों को चिह्नित करना।
सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो व फोटो से पीडि़त या विशेष वर्ग को टारगेट वाली पोस्टों को रोकना।
सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वालों को पाबंद और जमानत खारिज कराने की कार्रवाई।
अपराधियों के सोशल मीडिया अकाउंट पर अपराध के दुष्प्रभाव संबंधी पोस्ट डालकर उन्हें हतोत्साहित करना।
स्वयं को रोहिनहुड की तरह पेश करने वाले अपराधियों की पोस्ट को आप निगरानी में हैं टैग करना।
सोशल मीडिया पर बदमाशों को फॉलो करने वाले युवाओं की काउंसिलिंग। उनकी फोटो रिकार्ड संधारित करना।
जिन युवाओं काे अपराध से बचने का परामर्श दिया गया है, उनका फॉलोअप नियमित रूप से करना।
रेंज में चले विशेष अभियान ऑपरेशन फ्लश आउट, पुलिस विद्यार्थी चौपाल, साइबर क्लीन के तहत कार्रवाई।
चारों जिले का एक सोशल मीडिया ग्रुप
बीकानेर रेंज स्तर पर एक वृहद वाट्सअप ग्रुप बनाया गया है। आइजी ओमप्रकाश इसके सुपरविजन अधिकारी हैं। नोडल ऑफिसर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध एवं सतर्कता) दीपक शर्मा, पुलिस निरीक्षक मनोज शर्मा, सहायक नोडल ऑफिसर एवं हवलदार विमलेश बिजारणिया शामिल हैं। चारों जिलों के वाट्सअप ग्रुप के पर्यवेक्षण अधिकारी पुलिस अधीक्षक होंगे। जिले के नोडल ऑफिसर सभी एएसपी एवं सहायक नोडल ऑफिसर डीएसपी होंगे। वृत्ताधिकारी अपने सर्कल का ग्रुप बनाएंगे। इसमें थानाधिकारी, उनके रीडर, बीट कांस्टेबल एवं साइबर मित्र को सदस्य बनाएंगे।
बीकानेर रेंज के चारों जिलों पर एक नजर
जिला – मुकदमे – कार्रवाई – काउंसिलिंग – साइबर मित्र
बीकानेर- 00 – 211 – 92 – 116
श्रीगंगानगर – 12 – 211 – 18 – 182
हनुमानगढ़ – 04 – 74 – 91 – 156
चूरू – 05 – 68 – 01 – 500
अपराध का महिमा मंडन नहीं हो
युवाओं व नाबालिगों को अपराध की दुनिया में प्रवेश करने से रोकना पुलिस के साथ-साथ परिवार, समाज की जिम्मेदारी भी है। सोशल मीडिया पर गैंगस्टरों के पोस्टरों से युवाओं के कदम बहक रहे हैं। उन्हें अपराध के दल-दल में धंसने से रोकने के लिए सोशल मीडिया प्रकोष्ठ को मजबूत कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर निगरानी को लेकर रेंज व जिलास्तर पर प्रभावी मॉनिटरिंग की जाएगी। अब तक रेंज में सोशल मीडिया पर आपराधियों को फॉलो करने पर 21 मुकदमे दर्ज किए हैं। साथ ही 564 के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई और करीब एक हजार साइबर मित्र बनाए हैं।
ओमप्रकाश, पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज