बीकानेर,रेलवे द्वारा ‘वोकल फॉर लोकल’ विजन को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्य किये जा रहे हैं। लोक कला और स्थानीय, स्वदेशी उत्पादों के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध करवाने, छोटे व्यापारियों और कलाकारों को प्रोत्साहित करने और अतिरिक्त आय के अवसर प्रदान के उद्देश्य से भारतीय रेलवे ने स्टेशन पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ (ओएसओपी) योजना शुरू की है।
इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों पर ओएसओपी केन्द्रों को स्वदेशी, स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने, बेचने और स्थानीय उत्पादों तथा लोक कला को प्रोत्साहित करने के लिये के लिए स्थान आवंटित किया जाता है। ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ को पायलट योजना 25 मार्च 2022 को शुरू की गई थी। सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर आवंटित ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ स्टालों को समान स्वरूप प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान के माध्यम से डिजाइन किया गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना को लागू किया गया। वर्तमान में उत्तर पश्चिम रेलवे के 31 स्टेशनों पर 36 स्टॉलों के माध्यम से स्थानीय उत्पाद की बिक्री की जा रही है। इन स्टॉलों पर उस स्थान के प्रसिद्ध उत्पादों की बिक्री की जा रही हैं जिससे इन स्टेशनों पर आने वाले यात्रीगण वहां के स्थानीय उत्पादों का लाभ उठा सकें। इसमें स्थानीय कलाकृतियां, स्थानीय बुनकरों द्वारा हथकरघा, हस्तशिल्प आइटम, मार्बल स्टोन के आइटम, सांगानेरी ब्लॉक की प्रिटिंग, फुलों से बने उत्पाद और खाद्य पदार्थ सम्मलित है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना के जयपुर मण्डल के जयपुर, दौसा, किशनगढ़, फुलेरा, अलवर, रींगस, सीकर व अजमेर मण्डल के अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर सिटी, डूंगरपूर, मारवाड़ जं., आबूरोड एवं जोधपुर मण्डल के जोधपुर नोखा, पाली मारवाड़, सुजानगढ़, जालौर, मकराना, भगत की कोठी, डीडवाना, बाडमेर, नागौर तथा बीकानेर मण्डल के बीकानेर, चरखी दादरी, हनुमानगढ़, सिरसा, चूरू, लालगढ़, रतनगढ़ और महेन्द्रगढ़ स्टेषनों पर स्थानीय उत्पादों की स्टॉल आवंटित की गई है। स्टेशनों पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना के तहत स्टॉल के लिये आवेदक सम्बंधित मण्डल पर वरि. मण्डल वाणिज्य प्रबंधक, कार्यालय से सम्पर्क कर सकते है। आवेदन के लिये विज्ञापन, सूचना बोर्ड इत्यादि के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है। आवेदन के लिये एनएसजी- 1, 2, 3 व 4 श्रेणी के स्टेशनों के लिये 15 दिन का शुल्क 1000 तथा एनएसजी- 5 व 6 श्रेणी के स्टेशनों के लिये 500 रुपये निर्धारित किया गया है। स्टेशन पर स्टॉल के लिये मांगे गये आवेदन के समय एक से अधिक आवेदन प्राप्त होने की स्थिति में 15-15 दिन के रोटेशन से आवेदकों को स्टॉल आवंटित की जाती है। इसके साथ ही मण्डल रेल प्रबंधक को शास्तियां प्रदान की गई है कि वह स्थानीय परिस्थितियों,आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर अधिकतम 3 माह तक स्टॉल को आवंटित कर सकते है।