Trending Now




बीकानेर, श्रावण मास के दूसरे सोमवार को संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने ब्रह्म बगीचा स्थित मुक्ति नाथ महादेव का दूध से रुद्राभिषेक किया।

पँडित विजय ओझा के आचार्यत्व में एक दर्जन से अधिक पंडितों ने विधि-विधान से पूजा अर्चना करवाई। संभागीय आयुक्त ने ने इत्र, बेलपत्र, चंदन, अक्षत के साथ ही पंचामृत स्नान के साथ ही गुलाब के एक हजार पुष्प अभिषेक शिव को अर्पित किए। इस अवसर पर ब्रह्म बगीचा प्रन्यास की और से संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन का अभिनंदन किया गया । प्रन्यास के अध्यक्ष तोलाराम पेडीवाल ने रूद्राक्ष की माला पहनाई। प्रन्यास के सचिव एडवोकेट हीरालाल हर्ष, बृजगोपाल जोशी, रवि पारीक, मंगल चंद रंगा ने शाल ओढाया। एडवोकेट महेन्द्र जैन, वीरेन्द्र जोशी, शिवकुमार थानवी, हरि किशन जोशी, सुनील पुरोहित, नारायण दास रंगा, हजारी देवड़ा, ताराचंद सेठी एवं मुरलीमनोहर पुरोहित ने स्मृति चिन्ह भेंट किया ।
रुद्राभिषेक एवं सम्मान के बाद अपने सम्बोधन में डाॅ. नीरज के पवन ने कहा कि ब्रह्म बगीचा तपस्वियों का स्थान है। यहाँ अनेक संतों ने तपस्या की है। उन्होंने कहा कि मुक्ति नाथ की समाधि सत्य और अंहिसा का संदेश देती है । उन्होंने कहा कि भगवान शिव सर्वशक्तिमान है, पवन ने कहा कि शहर के बीचो-बीच इतना रमणीय स्थल से सैकड़ों स्थानीय लोग लाभान्वित हो रहे हैं ।
*नाग चम्पा का पौधा लगाया*
सोमवार सुबह शहर के बीचो-बीच स्थित ब्रह्म बगीचा में बाल उद्यान में मत्रोचारण से संभागीय आयुक्त श्री नीरज के पवन ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल होते हुए नाग चम्पा का पौधा लगाया। जिस समय डॉ पवन वृक्षारोपण कर रहे थे उस समय सुहावने मौसम में बूंदाबांदी हो रही थी। पवन ने कहा कि वृक्ष लगाने के साथ ही पहले से लगे हुए वृक्षों की सुरक्षा सुनिश्चित करावे । उन्होंने ब्रह्म बगीचा में लगे हुए कल्पवृक्ष, कदंब, रूद्राक्ष एवं पारी जात के पेड़ो से बातें करते हुए दुर्लभ पेड़ों से विश्व कल्याण की मनोकामना की।
*निशाने पर लगाया तीर*
संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन ने सोमवार दोपहर एकलव्य तीरंदाजी एकेडमी का अवलोकन किया। उन्होंने राष्ट्रीय तीरंदाजों से मुलाक़ात की । मुलाक़ात के बाद महंगे तीर-धनुष की उपलब्धता पर विस्तार से चर्चा की।इस अवसर पर डॉ पवन ने तीस मीटर से तीरंदाजी करते हुए बीच गोले में सटीक निशाना लगाया। अन्तर्राष्ट्रीय तीरंदाजी टीम के कोच अनिल जोशी एवं मार्कंडेय पुरोहित ने तीरंदाजी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

Author