बीकानेर,एमजीएसयू छात्र संघ द्वारा आयोजित इंटर कॉलेज यूथ फेस्टिवल में आज का दिन सांस्कृतिक व साहित्यिक कार्यक्रमों के नाम रहा। छात्रसंघ अध्यक्ष लोकेंद्र प्रताप सिंह ने दूसरे दिन के अतिथि हिन्दु जागरण मंच के प्रांत संयोजक श्री जेठानंद जी व्यास और विप्र फॉउन्डेशन के प्रदेशाध्यक्ष श्री भंवर पुरोहित जी का शॉल व साफा पहनाकर स्वागत किया तो वहीं छात्र संघ उपाध्यक्ष दीपिका शर्मा ने स्मृति चिन्ह देकर उनका अभिनंदन किया।
सांस्कृतिक आयोजनों की ओवरऑल प्रभारी डॉ मेघना शर्मा ने बताया कि यूथ फेस्टिवल के दूसरे दिन बुधवार को ड्रामा, वाद-विवाद, क्विज़, रंगोली, पोस्टर, गायन नृत्य व समूह नृत्य आदि प्रस्तुतियां हुईं।
ड्रामा प्रतियोगिता में प्रो. अनिल कुमार छंगाणी व डॉ सीमा शर्मा निर्णायकगण के रूप में शामिल रहे तो वहीं इनके अलावा नृत्य प्रस्तुतियों की निर्णायक डॉ. मेघना शर्मा रहीं। आयोजन प्रभारी के रूप में डॉक्टर प्रगति सोबती व डॉ अभिषेक वशिष्ठ शामिल थे। नृत्य प्रस्तुतियों में एकल, डुएट व समूह नृत्य प्रस्तुतियां हुई। इसमें एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, डूंगर महाविद्यालय, महारानी सुदर्शन महाविद्यालय, बिनानी कॉलेज, नेहरू शारदा पीठ और मेज़बान संस्था एमजीएसयू के छात्र सम्मिलित हुए।
वाद-विवाद व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के आयोजन प्रभारी डॉ गौतम मेघवंशी और डॉ. संतोष कंवर शेखावत रहे जिसमें जिलेभर के महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
यूथ फेस्टिवल के खेलकूद प्रतियोगिता आयोजन प्रभारी डॉ यशवंत गहलोत के अनुसार आज फेस्टिवल के दूसरे दिन विभिन्न खेलों के सेमीफाइनल व फाइनल खेले गये।
अतिथि जेठानंद व्यास ने मंच से फेस्टिवल आयोजन के दौरान विद्यार्थियों के अनुशासित व्यवहार की मुखर प्रशंसा की तो वहीं विप्र फाउंडेशन के भंवर पुरोहित ने युवा पीढ़ी से संस्कारों और सौहार्दपूर्ण एकता का आव्हान करने की मंच से बात की !
मीडिया प्रभारी डॉ॰ मेघना शर्मा ने बताया कि रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन प्रभार डॉ॰ ज्योति लखानी और अमरेश सिंह द्वारा संभाला गया तो वहीं गायन प्रतियोगिता के प्रभारी डॉ॰ प्रभु दान चारण व डॉ॰ लीला कौर रहे ।
यूथ फेस्टिवल में विद्यार्थी वर्ग से मुख्य समन्वयक देवांशी सिंह और यशवर्धन रहे।
डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ॰ अनिल कुमार दुलार के अनुसार तीसरे व अंतिम दिवस समापन समारोह में अतिथियों द्वारा विजेताओं को मंच से पुरस्कृत किया जाएगा और सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विश्वविद्यालय या महाविद्यालय को चल वैजयंती देकर सम्मानित किया जाएगा।