बीकानेर जल्द ही बीकानेर समेत प्रदेश के 9 रेलवे स्टेशनों को हाइटेक सुविधाओं से लेस कर मल्टीस्टोरी बनाया जाएगा। इनमें एयरपोर्ट की तरह प्रवेश और निकासी गेट, चेकिंग प्वाइंट, सामान चैकिंग प्वाइंट होंगे। स्टेशन का मल्टीस्टोरी भवन बनेगा। इसमें रेस्टोरेंट व शॉपिंग एरिया होगा। प्रत्येक स्टेशन पर 200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इनमें बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, मारवाड़, गांधीनगर जयपुर रेलवे लिफ्ट व एक्सेलेटर स्टेशन शामिल हैं।
रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट यानी जीर्णोद्धार प्रोजेक्ट में यात्री -सुविधाओं पर पूरा जोररहेगा। अगले पचास साल के यात्रीभार के हिसाब से सुविधाएं विकसित होंगी। मसलन -साफ-सुथरे हाइटेक शौचालय, पार्किंग, एटीएम से लेकर मेडिकल शॉप तक, प्रत्येक स्टेशन तक पहुंचने के लिए लिफ्ट और इलेक्ट्रोनिक्स सीढ़ियां बनेगी। वाईफाई और एलईडी व कैमरे जैसी हाईटेक संविधाओं से लेस किया जाएगा। रेलवे स्टेशन पर बने लोहे की चद्दर के टीन शेड अब गर्मी में नहीं तपेंगे। इसे पूरी तरह कवर कर वातानुकूलित करने का प्रावधान भी री-डवलपमेंट प्रोजेक्ट में शामिल है। स्टेशन की दीवारों पर कलात्मक प्लेटफार्म पर टीनशेड की जगह कांच के शीशे वाला कवर स्ट्रक्चर बनाया जाएगा। यह मल्टी स्टोरी होगा और छत पर शॉपिंग एरिया और रेस्टोरेंट जैसी सुविधाएं रखी जाएगी।
उतर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि बीकानेर रेलवे स्टेशन को भी विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा। स्टेशन के डवलपमेंट पर करीब 200 करोड़ व प्रदेश के आठों स्टेशनों पर 1550 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मल्टी स्टोरी बिल्डिंग,सेपरेट एंट्री व एग्जिट गेट शॉपिंग मॉल एयरपोर्ट जैसी लाइटिंग बड़ी पार्किंग
अभी बीकानेर स्टेशन के री डवलपमेंट के लिए कंसल्टेंट लगाया जाएगा। जो डीपीआर तैय करेंगे। डीपीआर बनाते समय आगे 40-50 साल की जरूरतों को देखते हुए स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग लिया जाएगा।-राजीव श्रीवास्तव, मंडल प्रबंधक, बीकानेर
स्टेशनों के दीवार पर कलात्मक चित्रकारी बनाई जाएगी। इससे स्टेशन पर आने जाने वाले यात्री और शहर की पारंपरिक एवं दशकों पुरानी चित्रकला एवं स्थानीय कला संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे।