बीकानेर, भारत पाक युद्ध 1971 स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर देश की रक्षा में अपना जीवन न्यौछावर करने वाले वीर सैनिकों के प्रति गुरूवार को सम्मान प्रकट करने के उद्देश्य से रविन्द्र रंगमंच पर श्रद्धाजंलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला प्रशासन और मौलाना आजाद मिल्ली शिक्षण संस्थान, सीमा सुरक्षा बल व अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धाजंलि दी गई तथा सूरमाओं और शहीदों के परिजनों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि सैनिक सीमा पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश और देशवासियों की रक्षा करते हैं। उनके बलिदान के प्रति सारा देश कृतज्ञ है। सैनिकों का बलिदान भावी पीढ़ियों में राष्ट्रप्रेम के बीज बोने का काम करता है। शहीदों और शहीद परिजनों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए मेहता ने कहा कि इस अवसर पर हम ऐसे वीरों और वीरों का जन्म देने वाली माताओं को नमन करते हैं।
डीआईजी बीएसएफ पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि एक सैनिक के लिए राष्ट्र से बढ़कर कुछ भी नहीं होता। 1971 का युद्ध हमारे सैन्य गौरव का हिस्सा है। यह लड़ाई हमें आज भी देश के खातिर सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए प्रेरित करती है। इस अवसर पर जिला प्रमुख मोडाराम, 19 वीं राजरेख के कर्नल सुनील चौबे, कैप्टन प्रभात, हेमसिंह शेखावत, बिग्रेडियर जगमाल सिंह, डिप्टी कमांडेंट श्याम सुंदर सिंह, डॉ मदन केवलिया, महेन्द्र गहलोत, मकसूद अहमद ने शहीद, और शहीदों के परिजनों का सम्मान किया।
एम रफीक कादरी और अनवर अजमेरी ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया। डॉ मिर्जा हैदर बैग ने स्वागत उद्बोधन दिया। अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर अरूण प्रकाश शर्मा ने सभी गणमान्य नागरिकों का आभार प्रकट किया।
*पुष्पाजंलि अर्पित कर शहीदों को किया नमन*
इससे पूर्व प्रातः 11 बजे पब्लिक पार्क स्थित कीर्ति स्तंभ पर शहीदों को याद कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) अरुण प्रकाश शर्मा ने भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों की विजय गाथा पर प्रकाश डाला। देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले वीर जवानों के बलिदान को नमन किया। इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष कैप्टन राम सिंह भाटी, नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना, नगर निगम उपायुक्त पंकज शर्मा, जिला प्रमुख मोडाराम, राजस्थान साहित्य अकादमी के सचिव शरद केवलिया सहित गणमान्य मौजूद रहे।
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