
बीकानेर,आज के समय में जब लोग अपने परिवार की सेवा में समय नहीं दे पाते हैं ऐसे समय में अपनाघर वृद्धाश्रम असहाय, दीन हीन, मन्दबुद्धि व्यक्तियों को प्रभु का स्वरूप मानकर उनकी सेवा में लगा है और मेरा मानना है नर सेवा नारायण सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है । यहां आने पर लगता है जैसे साक्षात तीर्थयात्रा पर आ गए हो । यह शब्द पश्चिम विधानसभा विधायक जेठानंद व्यास ने कहे । बीडीए आयुक्त अपर्णा गुप्ता ने बताया कि अपनाघर वृद्धाश्रम द्वारा की जा रही बुजुर्गों की सेवा वास्तव में अनुकरणीय है जिसके लिए अपनाघर वृद्धाश्रम साधुवाद का पात्र है । यहां आकर एक सुकून की अनुभूति हुई । बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने अपनाघर वृद्धाश्रम की सम्पूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि अपनाघर आश्रम का मुख्य उद्देश्य यही है कि बीमार, दीनहीन या लावारिस सेवा के आभाव में अपना जीवन ना गवाएं । ये प्रभुजी हमें लावारिस अवस्था में रेलवे वाशिंग लाइन या सड़कों के किनारे मिलते हैं जिन्हें अपनाघर वृद्धाश्रम उनको आवास उपलब्ध करवाता है और उनकी सेवा कर उन्हें वापस सामान्य स्थिति में लाने का प्रयास करता है । अपनाघर वृद्धाश्रम का कायापलट कर नए स्वरूप प्रदान करने वाले रामप्रताप हनुमान दास मूंधड़ा चेरिटेबल देशनोक के ट्रस्टी ओमप्रकाश मूंधड़ा ने बताया कि बीकानेर संभाग में दीनहीन लावारिश महिलाओं के लिए कोई अपनाघर आश्रम नहीं है इसलिए ट्रस्ट द्वारा महिलाओं के लिए भी महिला विंग का निर्माण करवाया जा रहा है । जल्द ही इस विंग का निर्माण करवा दिया जाएगा और इसके बाद कोई भी लावारिस महिला प्रभुजी सड़कों पर दर बदर घूमती नहीं मिलेगी उसे भी अपनाघर वृद्धाश्रम में निर्मित महिला विंग में लाकर सेवा के माध्यम से सामान्य स्थिति में लाने का प्रयास किया जाएगा । सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल डी पंवार ने बताया कि मूंधड़ा परिवार द्वारा आज अपनाघर वृद्धाश्रम का कायापलट कर इसे प्रभुजनों की सेवा का पावन धाम का रूप दिया गया है । उपस्थित सभी गणमान्यों ने अपनाघर वृद्धाश्रम में आवासित प्रभुजनों को दुप्पट्टा ओढाकर सम्मान किया गया तथा मां शारदे कला संस्थान की सुर सम्राज्ञी संगीता दम्माणी ग्रुप ने सभी प्रभुजनों को गीत सुनाकर मन मोहा । इस अवसर पर शशिमोहन मूंधड़ा, अनंतवीर जैन, डॉ गजेंद्र वर्मा, किशन चौधरी, किशन मूंधड़ा, नारायण शर्मा, कमल कांत सोनी, रमेश राठी, ज्ञानसिंह आदि उपस्थित हुए ।