बीकानेर,आज हिन्दु जागरण मंच की ओर से जेठानन्द व्यास के नेतृत्व में आज एक प्रतिनिधि मण्डल पुलिस अधीक्षक, बीकानेर से मिला और डूंगरगढ की घटना पर आमजन के विरूद्ध प्रथम सूचना दर्ज करने के सम्बन्ध में आपत्ति दर्ज करते हुए ज्ञापन दिया।
जेठानन्द व्यास की ओर से बताया गया कि आज के इस ज्ञापन में हिन्दु जागरण मंच ने कहा कि दिनांक 29.06.2023 को श्री रणजीत सोनी की नाबालिक पुत्री को एक शिक्षिका डूंगरगढ से लेकर चली गई थी। जिसकी सूचना श्री रणजीत सोनी के द्वारा थानापुलिस डूंगरगढ को देने पर भी दिनांक 30.06.2023 तक प्रथम सूचना अभियुक्तों के बचाने के लिए दर्ज नही की गई। डूंगरगढ पुलिस प्रशासन के द्वारा की जा रही लापरवाही की नाराजगी डूंगरगढ के आमजन में काफी बढ गई और आमजन के द्वारा पुलिस को त्वरीत कार्यवाही करने के लिए और श्री रणजीत सोनी की पुत्री को वापस लाने के लिए शान्तिपूर्ण तरीके से डूंगरगढ थाने के सामने धरना दिया गया। जो धरनाूपर्णतः शान्तिपूर्ण था और जैसे ही बच्ची वापस आई वैसे ही धरना समाप्त कर दिया गया। इस घटना में किसी भी प्रकार किसी कानून का कोई उल्लघंन नही किया गया और ना ही कोई अप्रिय घटना हुई। दिनांक 07.07.2023 को थानाधिकारी के द्वारा रणजीत सोनी को बुलाया गया और कहा गया कि उनके द्वारा जो पुत्री के अपहरण की प्रथम सूचना दर्ज करवाई गई उसमें राजीनामा कर लो। जब रणजीत सोनी के द्वारा राजीनामा करने से इन्कार कर दिया गया और श्री रणजीत सोनी की पुत्री के द्वारा धारा 164 दण्ड प्रक्रिया संहिता के बयान भी अभियुक्ता के विरूद्ध दिये गये तो थानापुलिस के द्वारा अभियोगी एवं उनके सहयोगीयों पर दबाव बनाने के लिए झूठे आधारों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। श्रीमान जी यह सर्वविदित है कि एक समुदाय विशेष के द्वारा अन्य धर्म के बच्चीयों के विरूद्ध एक प्रकार का जेहाद चलाया जा रहा है और डूंगरगढ की घटना को भी इससे अलग करके नही देखा जा सकता। पुलिस प्रशासन के द्वारा आमजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना इस प्रकार की घटनाओं को बढाने के लिए प्रोत्साहन के रूप में देखा जा सकता है। श्रीमान जी, डूंगरगढ के आमजन के द्वारा पूर्णतः शान्तिपूर्वक विधिनुसार अपना प्रदर्शन किया गया और किसी को भी परेशानी ना हो इसलिए सडक से दूर पर धरना लगाया गया और थानापुलिस एंव प्रशासनिक कार्यालयों के समक्ष धरना दिया। इसके बाद भी पुलिस के द्वारा बिना किसी शिकायत पर स्ंवय डूंगरगढ के आमजन पर मुकदमा दर्ज करना प्रदर्शित करता है कि डूंगरगढ पुलिस ‘‘आमजन में डर अपराधीयों में विश्वास‘‘ पर कार्य कर रही है। जिसका हिन्दु जागरण मंच विरोध करता है। माननीया, हिन्दु जागरण मंच आप माननीया जी से मांग करती है कि आप स्वंय प्रकरण में हस्तक्षेप करे और अभियोगी पक्ष पर दबाव देने के लिए दर्ज किये गये इस प्रकरण को वापस लेने का आदेश देवे पीडित परिवार के जख्मों पर मरहम लगाते उनके परिवार की माकूल सुरक्षा व्यवस्था की जाये।
हिन्दु जागरण मंच के प्रतिनिधि मण्डल के द्वारा पुलिस अधीक्षक से मिल कर कहा गया कि डूंगरगढ की जनता द्वारा शान्तिपूर्ण धरना दिया गया किसी भी राजकार्य में कोई बाधा नही डाली बल्कि सभी के द्वारा पुलिस और प्रशासन का सहयोग किया गया उसके बाद भी मिथ्या तथ्यों पर प्रथम सूचना दर्ज कर आमजन को प्रताडित किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक, बीकानेर की ओर से हिन्दु जागरण मंच को आश्वासन दिया गया कि किसी भी निर्दोष को तंग परेशान नही किया जायेगा, राजकार्य में बाधा तथा अन्य धाराओं के सम्बन्ध में निष्पक्ष जांच की जायेगी और प्रकरण की जांच डूंगरगढ पुलिस से हटा कर तुरन्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, स्तर के अधिकारी को सुपुर्द कर रहे है।