
बीकानेर,संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा ने जिले में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाओं पर चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में सक्रिय होकर कार्य करने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त ने गुरुवार को संभागीय आयुक्त सभागार में आयोजित बैठक में उद्योग, श्रम, रोजगार और रीको सहित विभिन्न विभागों से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने उद्योग विभाग एवं रीको को आपसी समन्वय से कार्य करते हुए नए उद्योगों की स्थापना, मौजूदा उद्योगों के विस्तार और निवेश पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान हुए एमओयू की क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान के एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए विभाग, निवेशकों से लगातार संपर्क में रहें। उन्होंने भूमि चिह्निकरण, विद्युत एवं जल कनेक्शन सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं में आ रही समस्याओं का समयबद्ध निष्पादन करने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त ने रीको एवं प्रदूषण नियंत्रण विभाग को औद्योगिक क्षेत्र में सेंट्रलाइज्ड ट्रीटमेंट प्लांट (सीपीटी) विकसित करने के लिए उच्च स्तर पर बात करने के निर्देश दिए। जिससे औद्योगिक क्षेत्रों में दूषित पानी की समस्या से निजात मिल पाए। उन्होंने कहा कि रीको को जिले में सेरेमिक पार्क विकसित करने के लिए उद्योगपतियों एवं व्यापारियों को प्रेरित करना चाहिए, जिससे स्थानीय स्तर पर सिरेमिक उद्योग को बढ़ावा दिया जा सकेगा। इससे न केवल निवेशक आकर्षित होंगे, साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
संभागीय आयुक्त ने श्रम विभाग की समस्त योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण श्रमिकों से संबंधित योजनाओं की जानकारी पोस्टर के माध्यम से प्रचारित करने को कहा, जिससे पात्र व्यक्तियों को इनका लाभ मिल सके। उन्होंने रोजगार विभाग को युवाओं को प्रशिक्षण देने एवं रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए रोजगार शिविर एवं केंपस प्लेसमेंट जैसी गतिविधियां जारी रखने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने उद्योग विभाग को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, एमएसएमई नीति, एक जिला एक उत्पाद, राजस्थान निर्यात संवर्धन नीति जैसी कल्याणकारी योजनाओं में अधिकाधिक पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त जसवंत सिंह, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र के उपायुक्त सुरेंद्र कुमार, रोजगार विभाग के उपनिदेशक हरगोविंद मित्तल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।