बीकानेर,पीबीएम अस्पताल में महिला व पुरुष नर्सिंगकर्मी के साथ मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। घटना के विरोध में प्रदेश में कई जगह पर विरोध प्रदर्शन किया गया है। वहीं बीकानेर में बुधवार को फिर नर्सिंगकर्मी एकजुट हुए। पीबीएम अधीक्षक एवं एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से मिल कर उन्हें अपनी सुरक्षा की मांगों का ज्ञापन सौंपा। नर्सिंगकर्मियों का आरोप है कि मामला आाईपीएस अधिकारी से जुड़ा होने के कारण इस पर लीपापोती की जा रही है, जो गलत है। नर्सिंगकर्मियों का कहना है आईपीएस अधिकारी के परिजनों पर आरोप होने से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद कम लग रही है। घटना के दौरान तीन दिन का अल्टीमेटम दिया गया था, जिसके ३६ घंटे बीत चुके हैं। अब तक पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की है।
पोस्ट कोविड वार्ड में नर्सिंगकर्मी तेजपाल व सुमन के साथ मारपीट के बाद नर्सिंगकर्मी आक्रोशित हैं। बुधवार को नर्सिंगकर्मियों का एक प्रतिनिधि मंडल पीबीएम अधीक्षक एवं एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि प्रकरण की जांच बीकानेर जिले के बाहर के अधिकारियों से कराई जाए। पीबीएम में पदस्थापित डॉ. अजय कपूर के विरुद्ध कार्रवाई की जाए, जिनकी वजह से यह घटना हुई। घटना की पुनरावृत्ति न हो इसलिए उचित कार्रवाई की जाए।
अन्य संगठनों से मांगा समर्थन
संयुक्त नर्सेज संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने नर्सिंग कर्मचारियों के साथ मारपीट के प्रकरण में कोई कार्रवाई नहीं करने पर बुधवार को बीएनए, आरएनए, आरआरएनए, एआरएसएनए, यूटीबी, सीएचए, आरएनयू समेत कर्मचारी महासंघ, रेजिडेंट एसोसिएशन, सेवारत डॉक्टर एसोसिएशन एवं मंत्रालयिक कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों से मिलकर आंदोलन में समर्थन करने की गुहार लगाई।
पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ. परमेन्द्र सिरोही ने बताया कि पोस्ट कोविड आईसीयू वार्ड में भर्ती मरीज कृष्णा देवी के इलाज के लिए पांच चिकित्सकों का बोर्ड गठित कर अलग-अलग चिकित्सकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं दूसरी ओर सरकार को वार्ड में हुए घटनाक्रम की तथ्यात्मक रिपोर्ट भेजी है।
प्रकरण में आरोपियों की जल्दी गिरफ्तारी नहीं हुई, तो पांच मार्च से नर्सेज उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे। पुलिस का नर्सिंग पर बेवजह दबाव बनाना सहन नहीं करेंगे। जरूरत पड़ी तो ग्रामीण क्षेत्र के नर्सिंगकर्मी भी आंदोलन में शिरकत करेंगे।- श्रवणकुमार वर्मा, जिलाध्यक्ष राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन ग्रामीण
पुलिस पर भरोसा रखें। निष्पक्ष जांच की जाएगी। दोषी चाहे कोई हो उसे बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस पर अनावश्यक दबाव नहीं बनाएं। पुलिस अपना काम ईमानदारी से करेगी।- योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक