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बीकानेर. विधायक बिहारीलाल बिश्नोई की गाड़ी से रविवार को पीबीएम अस्पताल के नर्सिंग कर्मचारी की टक्कर हो गई थी. इस हादसे में वो बुरी तरह से जख्मी हो गया था. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. स्थिति सुधरते न देख उसे जयपुर रेफर किया गया. लेकिन इस दौरान रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. अपने निकट जन की हादसे में मौत को लेकर नर्सिंग कर्मचारी और मृतक के परिजन बेहद खफा हुए और धरने पर बैठ गए. हालांकि देर रात विभिन्न मांगों पर सहमति बनने के बाद धरना खत्म कर दिया गया. जबकि परिजनों की शिकायत पर नोखा विधायक के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है.

सोमवार को पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर अस्पताल के नर्सिंग कर्मचारी और मृतक के परिजन धरने पर बैठ गए और मृतक के परिजनों को सरकार की ओर से एक करोड़ का मुआवजा और विधायक बिहारीलाल बिश्नोई की ओर से ₹50 लाख का मुआवजा देने के साथ ही मृतक के आश्रित को 15 दिन में अनुकंपा नौकरी देने की मांग की. इस दौरान सीओ सदर शालिनी बजाज भी मौके पर पहुंची और धरना दे रहे लोगों की समझाइश की कोशिश की.

नर्सिंग कर्मचारी यूनियन के नेता अब्दुल वाहिद ने बताया कि मृतक हसन पीबीएम अस्पताल का ही कर्मचारी था और उनका साथी था. उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल परिसर का उपयोग शॉर्टकट रास्तों के चलते लोग करते हैं. इसके चलते लगातार दूसरे वाहनों का आना जाना रहता है इसलिए अस्पताल प्रशासन को पीबीएम अस्पताल परिसर में केवल मरीज और उनके परिजनों के वाहनों को आने की अनुमति देनी चाहिए. बाकी सब वाहनों को बंद करना चाहिए साथ ही टीवी में अस्पताल से निकलते सारे रास्तों पर स्पीड ब्रेकर लगा देना चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की किसी भी तरह की कोई घटना नहीं हो.

धरना दे रहे लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को लेकर लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक धरना जारी रहेगा आज पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाएगा. गौरतलब है कि रविवार को बीकानेर की पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए विधायक बिहारीलाल बिश्नोई बीकानेर आ रहे थे और इस दौरान उनकी गाड़ी की टक्कर से नर्सिंग कर्मचारी घायल हो गया था. जिसकी रविवार देर रात मौत हो गई. घटना के वक्त विधायक बिहारीलाल बिश्नोई भी गाड़ी में थे. हादसे के बाद उन्होंने अपनी गाड़ी और ड्राइवर को सदर थाने भेज दिया था. अपने स्टाफ को साथ में भेजा था और खुद अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दूसरी गाड़ी से चले गए थे.

नोखा विधायक के खिलाफ मामला दर्ज
इस पूरे मामले में सदर थाने में नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सदर थाना अधिकारी लक्ष्मण सिंह ने विधायक के खिलाफ शिकायत मिलने और मृतक के भाई की ओर से एफआईआर कराए जाने की पुष्टि की है. मृतक के भाई की ओर से कराई गई एफआईआर को लेकर विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि मेरी संवेदना मृतक नर्सिंगकर्मी हसन के परिवार के साथ है. पूरा प्रयास रहेगा कि परिवार को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहायता दिलाई जाए, आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति तत्काल दिलाना एवं व्यक्तिगत सहयोग के रूप में एक माह का विधायक वेतन हसन के परिवार को दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि मामले में सदर थाने में जो एफआईआर दर्ज हुई है उसमें घटना के वक्त वाहन चालक की जगह मुझे चालक बताया गया है जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरे राजनैतिक विरोधी लोग राजनैतिक द्वेष में इतने अंधे हो गए हैं कि इस घटना की आड़ में पीड़ित परिवार से गलत एफआईआर करवा दी है. ये भी नहीं सोचा कि इससे पीड़ित परिवार को दुर्घटना बीमा दावे में कितना नुकसान उठाना पड़ सकता है. यह दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य है.

इन मांगों पर बनी सहमति
पीबीएम हॉस्पिटल की मोर्चरी के सामने चल रहे धरने में नर्सेज यूनियन, परिजनों और प्रशासन के बीच हुए समझौते के बाद शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया. नर्सिंग कर्मचारी नेता अब्दुल वाहिद ने बताया कि प्रशासन के साथ हुई वार्ता में मृतक हसन की बेटी को अनुकम्पा नियुक्ति तक उच्चतर पढ़ाई को लेकर संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने व्यक्तिगत खर्च उठाने की बात की. मृतक के भाई को वेटेनरी ऑफिस में संविदा पर नौकरी दिए जाने की बात पर सहमति बनी. इसके अलावा संभागीय आयुक्त की पहल पर पीबीएम अस्पताल के स्टाफ जिसमें नर्सिंग ऑफिसर, डॉक्टर्स के साथ ही जिले के आईएस और आरएएस अधिकारियों की ओर से मिलकर एक राशि एकत्र की जाएगी जो मृतक परिवार को दी जाएगी.

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