बीकानेर,छात्र हितों की मांगों को लेकर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने हदें पार कर दी। डूंगर कॉलेज में विभिन्न मांगों को लेकर एनएसयूआई की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष रामनिवास कुकणा के नेतृत्व में छात्रों ने कॉलेज प्रिंसिपल की कुर्सी के साथ बेअदबी की। छात्रों ने कॉलेज प्रिंसिपल की कुर्सी जबरन उठाकर कॉलेज के मेन गेट पर सड़क पर रख दी, मौके पर मौजूद व्यास कॉलोनी थाना पुलिस छात्रों को ऐसा करने से रोकती रही लेकिन छात्र नहीं माने। इस दौरान कुकणा के साथ एनएसयूआई के छात्रों ने नारेबाजी की। वही एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष कूकणा का कहना है कि उनकी तरफ से कोई बेअदबी करने का मंतव्य नहीं था। लेकिन उनकी मांगे। के लिए इसके अलावा कोई और चारा ना नदीं बचा था। वही एनएसयूआई के पूर्व ज़िलाध्यक्ष रामनिवास कुकणा ने कहा कि नियमित कक्षाओं का संचालन हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है नियमित कक्षाओं के संचालन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर अनेकों बार प्राचार्य से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन विगत 25 दिनों में अधिकांश समय प्राचार्य महाविद्यालय से ग़ायब रहे हैं ऐसी विकट स्थिति में विद्यार्थी अपनी समस्या को लेकर किसे अवगत करवाए इसलिए मजबूरन आज यह घेराव का रास्ता अपनाना पड़ा
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कृष्ण कुमार गोदारा ने कहा कि यह नवीनतम सत्र शुरू होने के दो महीने पूर्ण होने जा रहे हैं लेकिन अभी भी महाविद्यालय के नियमित छात्र-छात्राओं को पुस्तकालय से पुस्तक वितरित नहीं की जा रही है जो महाविद्यालय प्रशासन की विद्यार्थियों के प्रति उदासीनता को स्पष्ट दर्शाता है इसे हम किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे
नव निर्वाचित छात्र संघ अध्यक्ष हरीराम गोदारा ने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर हमने चुनाव लड़ा था चुनाव परिणाम आते ही हमने उन मुद्दों को पूर्ण करने के प्रयास शुरू कर दिए जिसमें हमारी प्राथमिकता महाविद्यालय के अंदर सुचारु रूप से कक्षाओं का संचालन,कक्षाओं की साफ़ सफ़ाई,शुद्ध पेयजल आदि हैं लेकिन अभी भी महाविद्यालय प्रशासन गहरी नींद में सो रहा है इसलिए मजबूरन हमें प्राचार्य का घेराव करना पड़ा समय रहते अगर सभी माँगो को पूरा नहीं किया गया तो मजबूरन उग्र आंदोलन करना पड़ेगा जिसकी समस्त ज़िम्मेदारी प्राचार्य महोदय एवं महाविद्यालय प्रशासन की होगी
एनएसयूआई ने सांकेतिक विरोध दर्ज करवाने के लिए ख़ाली पड़ी प्राचार्य की कुर्सी को मुख्य द्वार पर रख कर विरोध दर्ज करवाया जिसे विरोध दर्ज करवाने के बाद ससम्मान प्राचार्य कक्ष में रख दिया गया और प्राचार्य कक्ष का घेराव किया गया घेराव के पश्चात उपस्तिथ उपप्राचार्य से वार्ता हुई जिसमें 9 माँगों पर लिखित में सहमति बनी तत्पश्चात प्राचार्य कक्ष में दिया गया धरना समाप्त किया गया
इस अवसर छात्रनेता रामनिवास गोदारा,रोहित बाना,सयूक्त सचिव विकास सेवग,अशोक गोदारा,दीक्षान्त गोदारा,कन्हैयालाल जाख़ड,देवाशीश कौशिक,सुनील जाखड,लकी चौधरी,जयपाल चौधरी,महावीर सेन,मोहित चारण,दीपक खुडिया,गजेंद्र आचार्य सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्तिथ थे।