
बीकानेर,पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय एवं डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा संयुक्त तत्वावधान में 7 दिवसीय विशेष शिविर मंगलवार को प्रारम्भ हुआ। उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि स्वामी श्री विमर्शानन्दगिरिजी महाराज ने विद्यार्थियों को राष्ट्र सेवा का महत्व बताते हुए युवा चरित्र, जीवन लक्ष्य एवं आध्यात्मिक जीवन दर्शन के महत्व की जानकारी दी। स्वामी जी ने कहा कि विद्यार्थियों को संस्कारित, सकल्पित, जिज्ञासु, चरित्रवान, गुणवान एवं ऊर्जावान होना चाहिए। शिक्षकों एवं गुरुओं के माध्यम से देश की युवा शक्ति को सही दिशा एवं दशा प्रदान करनी होगी तभी राष्ट्र का विकास होगा। पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. हेमन्त दाधीच ने राष्ट्रीय सेवा योजना की व्यापकता को बताते हुए कहा कि इसे मात्र पाठ्यक्रम का हिस्सा ना समझकर विद्यार्थियों को राष्ट्र सेवा, समाज सेवा एवं राष्ट्र उत्थान हेतु जीवन प्रयन्त प्रयासरत रहना चाहिए। डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर के अधिष्ठाता प्रो. राहुल सिंह पाल ने कहा की राष्ट्र विकास हेतु नियमित डिग्री पाठ्यक्रमों के साथ-साथ विद्यार्थियों में चरित्र निर्माण एवं नैतिक मूल्यों के विकास की बहुत आवश्यकता है अतः विद्यार्थियों को राष्ट्रीय सेवा योजना तहत चरित्र निर्माण के साथ-साथ अपना कौशल विकास व नेतृत्व की भावना विकसित करनी होगी ताकि देश के विकास में अपनी भागीदारी दे सके। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. पंकज कुमार थानवी ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम अधिकारी, एन.एस.एस. डॉ. नीरज कुमार शर्मा ने शिविर सात दिनों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी प्रदान की एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय के फैकल्टी सदस्य एवं एन.एस.एस. वॉलिंटियर उपस्थित रहे।