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बीकानेर,नागौर-बीकानेर रेलवे लाइन के बीच अब बिजली लाइन बिछाने का काम शुरु हो गया है। अगले साल में काम पूरा होने की उम्मीद है। बिजली से रेल संचालित होने के बाद नागौर-बीकानेर के सफर में लगने वाले समय से 40 मिनट कम हो जाएंगे। अभी यह सफर ढाई घंटे में होता है। बिजली लाइन का काम पूरा होने के बाद यात्रियों के लिए यात्रा सुगम हो जाएगी। मेड़ता रोड से बीकानेर रेलमार्ग के बीच 173 किमी लंबे रेलमार्ग पर विद्युतीकरण कार्य तेजी से जारी है। इस मार्ग पर गड्ढे खोदकर फाउंडेशन कार्य, पोल लगाने आदि का कार्य हो रहा है। आने वाले समय में 46 से अधिक ट्रेनों का संचालन बिजली के जरिए हो सकेगा। मालगाडिय़ां भी निर्धारित समय पर पहुंच सकेंगी। उत्तर पश्चिम रेलवे ने पूरे जोन में विद्युतीकरण का लक्ष्य दिसंबर 2023 तक रखा है। मेड़ता रोड- बीकानेर 173 किमी के मध्य भले ही डबल लाइन का कार्य अभी तक स्वीकृति नहीं है। उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ शशिकिरण ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2021-22 में 265 किमी निर्माण परियोजनाओं को पूरा किया गया है, जो विगत 10 वर्षों में सर्वाधिक है यह इस वर्ष संपूर्ण भारतीय रेलवे पर अधिकतम है। जोन में भी मात्र पांच माह में 128 किमी मार्ग का दोहरीकरण कर रेल संचालन शुरू किया गया है। शेष पर कार्य तेजी से किया जा रहा है। जोधपुर मंडल में सबसे पहले जोधपुर से मारवाड़ जंक्शन के बीच 104 किमी का निरीक्षण हो चुका है। इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन 110 किमी प्रति घंटे की गति से होगा।

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