बीकानेर,अब नहर के किनारे चार बड़े पलायन जलाशय बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। सभी को दिसंबर 2024 तक काम पूरा करने का निर्देश दिया गया। एक स्थानीय और तीन बाहरी कंपनियों ने टेंडर ले लिए हैं।अब वन विभाग ने काम की मंजूरी के साथ ही करीब सवा लाख पेड़ काटने की अनुमति भी जारी कर दी है। इन जलाशयों के बनने के बाद नहर बंद होने की स्थिति में भी जल संचयन नहीं होगा।
चारों को बनाने के लिए करीब सवा लाख पेड़ काटे जाने की पहचान की गई है। वन विभाग ने इन पौधों के बदले चार गुना पेड़ लगाने की शर्त पर इन पेड़ों को काटने की अनुमति जारी की। साथ ही सरकार ने काम शुरू करने की अनुमति भी दे दी। दो माह पूर्व तक केवल दो एस्केप के टेंडर हुए थे, लेकिन अब चारों एस्केप बनाने के लिए टेंडर व स्वीकृति की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब केवल काम शुरू होना है।
इन चार पलायनों से पश्चिमी राजस्थान के आठ जिलों को पानी दिया जाएगा। दिसंबर 2024 को काम पूरा करने का टारगेट दिया गया है। इन चारों अहातों के बन जाने से आठ जिलों में नहर बंद होने या एक से दो माह तक अचानक नहर में पानी नहीं आने की स्थिति में भी पेयजल संकट नहीं होगा। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने डेढ़ साल पहले यह राशि स्वीकृत की थी। इन चार पलायन में से दो बीकानेर की सीमा में और एक जोधपुर और जैसलमेर की सीमा में बनाया जाएगा।