बीकानेर। जिले के सटते राजमार्गों पर अब पुलिस निगरानी बढ़ा रही है। राजमार्गों पर चलने वाले हर वाहन की पुलिस चेकिंग करेंगी। वारदात कर बदमाशों का बच निकलना मुश्किल होगा। साथ ही तेजगति, क्षमता से अधिक सवारियां ढोने वाले वाहनों के खिलाफ पुलिस सख्ती से निबटेगी। पुलिस अधीक्षक ने हाई-वे पेट्रोलिंग व्यवस्था को मजबूत किया है। जिले के चारों राजमार्गों पर दो-दो शिफ्ट में हाइवे-पेट्रोलिंग तैनात रहेगी। हालांकि जिले में हाइवे-पेट्रोलिंग यूनिट की व्यवस्था पहले से संचालित हो रही है लेकिन पुलिस अधीक्षक ने अब इसे अत्यधिक जिम्मेदारी के साथ तैनात किया है।
होटल-ढाबों की होगी चेकिंग
नेशनल हो या राज्य मार्गों पर बने होटल ढाबों का संबंधित थाना पुलिस और हाईवे पेट्रोलिंग पार्टी औचक निरीक्षण करेंगी। होटलों-ढाबों में शराब, डोडा-पोस्त, अमल आदि मादक पदार्थ बेचने व इसका सेवन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। राजमार्गों पर स्थित ढाबों में ट्रक व अन्य वाहन चालक देररात तक शराब पीते हैं, जिससे अक्सर झगड़ा होता है। इनसे निबटने के लिए पुलिस अब सख्ती बरत रही है।
यहां से यहां तक पेट्रोलिंग
बीकानेर मुख्यालय से श्रीगंगानगर रोड़ पर अर्जुनसर तक, जयपुर रोड़ पर श्रीडूंगरगढ़ के बाना, जैसलमेर राजमार्ग पर कोलायत के नोखडा तक, जोधपुर राजमार्ग पर नोखा के श्रीबालाजी तक पुलिस गश्त करती है। १८ घंटे हाइवे पेट्रोलिंग की गाडिय़ां तैनात रहती है। हाइवे-पेट्रोलिंग गाडिय़ों में एक चालक सहित एक एएसआइ व दो कांस्टेबल तैनात रहते हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो हाइवे पुलिस पेट्रोलिंग जिले ८० से ९० किलोमीटर के एरिये को कवर कर रही है।
इनका कहना है…
क्राइम कंट्रोल, बदमाशों की धरपकड़ के साथ-साथ हाइवे पर एक्सीडेंट व अन्य आपात स्थिति में पीडि़तों को तुरंत मदद मुहैया कराती है। राजमार्गों पर किसी आपराधिक गतिविधियों की सूचना संकलित कर संबंधित थाना पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई करती है। तेजगति, बिना सीट बैल्ट व यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है। हाई-वे पेट्रोलिंग यूनिट का मुख्य काम हाइवे पर वाहनों की निगरानी करना है। चार यूनिट लगाई गई है।
योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक