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बीकानेर,राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एन.सी.टी.ई ) द्वारा मान्यता प्राप्त देश के सभी शिक्षक शिक्षा संस्थानों यथा शिक्षा स्नातक (बी.एड.), शिक्षा स्नातकोत्तर (एम.एड ) व प्रारंभिक शिक्षा का डिप्लोमा (डी.एल.एड.) से जुड़े महाविद्यालयों को राहत प्रदान करते हुए प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट भरने की तिथि को 45 दिन बढ़ा दिया है अब सभी संस्थान इसे 15 मार्च 2022 की मध्य रात्रि तक भर सकेंगे पहले यह तिथि 29 जनवरी 2022 तक थी राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद नई दिल्ली के सदस्य सचिव के द्वारा जारी आदेश से यह तिथि बढ़ाई गयी है I

विदित हैं कि राजस्थान में दो हज़ार से अधिक शिक्षक शिक्षा संस्थान है जिन पर यह नियम लागू होगा I

 प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट शिक्षक शिक्षा संस्थान का एक ऐसा पक्का चिट्ठा है जिसमें कार्यरत शैक्षिक कार्मिकों की योग्यता संबंधी समस्त दस्तावेजों को फोटो सहित अपलोड किया जा रहा है साथ ही उन्हें आधार एवं पैन नंबर से जोड़ा जा रहा है इससे सभी कार्मिकों को एक पहचान नंबर जारी होगा जिससे एक कार्मिक केवल एक कॉलेज में ही कार्य कर सकेगा वह अपने दस्तावेज अन्य कॉलेज में नहीं लगा सकेगा इससे फर्जीवाड़े एवं भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी I

 इसके अलावा गूगल एप्प के माध्यम से महाविद्यालय को जोड़ते हुए संस्थान के आय एवं व्यय का विवरण, भवन एवं भूमि संबंधी जानकारी, वेबसाइट का ब्यौरा, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, मनोविज्ञान कक्ष, कम्प्यूटर कक्ष, शैक्षिक तकनीकी कक्ष, आर्ट एवं क्राफ्ट कक्ष व खेल का मैदान आदि की सचित्र जानकारी देना अनिवार्य है I

शिक्षक शिक्षा से जुड़े शिक्षाविद डॉ राजेन्द्र श्रीमाली ने बताया कि सत्र 2020-21 का समस्त ब्यौरा ऑनलाइन भरे जाने के पश्चात राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा संस्थान का भौतिक सत्यापन किया जायेगा तथा संस्थानों में पाई जाने वाली कमी पर कार्यवाही की जायेगी I

डॉ श्रीमाली ने बताया आपकी यह व्यवस्था एन.सी.टी.ई द्वारा 2018-19 में भी प्रारंभ की गई थी परन्तु कॉलेज के संचालक कोर्ट चले गए थे I कोर्ट ने संचालकों की याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि देश में शिक्षक शिक्षा संस्थान संख्यात्मक रुप से बहुत अधिक है अतः यदि इसे गुणात्मक रूप से मजबूत बनाना  है तो प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट भरना  आवश्यक है।

डॉ श्रीमाली ने बताया कि प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट की सबसे बड़ी कमी यह हैं कि इसमे 2018-19 मे कार्मिक आई.डी. तथा 2020 -21 में कार्मिक आई.डी. अलग – अलग आ रही हैं जिससे कार्मिको में यह असमंजस बना हुआ हैं कि वह अपनी कोनसी पहचान को सही माने I

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