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बीकानेर। जिला पुलिस ने मारपीट, जानलेवा हमला, चेक अनादरण, दहेज प्रताडऩा समेत कई मामलों में फरार अपराधियों के लिए खूब दौड़-भाग की तब जाकर ३०९ को पकड़ पाई। इसके लिए प्रत्येक थाना स्तर पर एक-एक टीम गठित की गई। जिले के २७ थानों की टीमों ने १५ दिन में यह सफलता प्राप्त की। साथ ही विशेष अभियान के तहत जिले के थानों के मालखाने में वर्षों से पड़े जब्तशुदा माल का निस्तारण कराया। जब्ती माल निस्तारण में नोखा थाना अव्वल रहा।

जिले के थानों में सालों से दर्ज प्रकरणों में वांछित अपराधी फरार चल रहे थे, जिससे कोर्ट से स्थायी वारंट व गिरफ्तारी वारंट जारी हो रखे थे। इन वारंटों का निस्तारण करने के लिए छह जून से ३० जून तक विशेष अभियान चलाया गया। अभियान के लिए प्रत्येक थाने में तीन-तीन सदस्यीय दल गठित किए गए। अभियान के दौरान चार भगौड़े, १५७ स्थायी वारंटी एवं १४८ गिरफ्तारी वांटियों को दबोचा गया। वहीं थानों में जब्त ५७९ मालखाना आइटमों का निस्तारण किया गया। वारंट तामिल कराने में छूटते हैं पसीने पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वारंट को तामिल कराने में पुलिस जवान के पसीने छूट जाते हैं। जिनके खिलाफ वारंट जारी हो रखा होता है, वह अपना नाम, हुलिया आदि बदल लेते हैं। वारंट तामिल कराने के लिए पुलिस उनकी खोज-खबर में लगी रहती है। एक वारंट को तामिल कराने में जिम्मेदार सिपाही को कई चक्कर काटने पड़ते हैं। कई बार वारंट तामिल कराने के दौरान झड़प भी होती है। इन थानों में इतना माल निस्तारण नोखा :- वर्ष २०१६ से २०२० के दरम्यिान १२०४ लीटर अवैध अंग्रेजी व देशी शराब तथा बीयर को नष्ट करवाया। ३७ आबकारी प्रकरणों में मालखाना के ५३ आइटमों का निस्तारण किया गया। नापासर :- २७ मालखाना आइटमों का निस्तारण किया गया। महाजन :- एनडीपीएस, आबकारी अधिनियम एवं अन्य २७ मालखाना आइटमों का निस्तारण किया।
लूणकरनसर :- लंबित २६ मालखाना आइटमों का निस्तारण। गंगाशहर :- २१ मालखाना आइटमों का निस्तारण जामसर :- १२ मालखाना आइटमों का निस्तारण श्रीडूंगरगढ़ :- १० मालखाना आइटमों का निस्तारण बीछवाल :- ४४ मालखाना आइटमों का निस्तारण बज्जू :- ४९ मालखाना आइटमों का निस्तारण वृत सर्किल भगौड़े स्थायी गिरफ्तारी शहर ० ६६ १०९ सदर १ ३९ ६
श्रीडूंगरगढ़ ० ३ ५ लूणकरनसर ० ९ १७
नोखा ३ ९ ११
खाजूवाला ० १७ ०
कोलायत ० ११ ०
महिला ० ३ ०
कुल ४ १५७ १४८
सुधरेंगी पुलिस की छवि
आपराधिक मामलों में भगौड़े, स्थायी व गिरफ्तारी वारंट सिरदर्द बने हुए थे। १५ दिन का विशेष अभियान चलाकर ३०९ को पकड़ा। अब शेष रहे वारंटों की भी समय-समय पर अभियान चलाकर तामिल करवाएंगे। अपराध करने वाल हर व्यक्ति में पुलिस का डर जरूरी है। अपराधी डरेंगे तभी तो आमजन निडर होकर रहेंगे। पुलिस की छवि भी आमजन में सुधरेंगी।

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