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बीकानेर,डीटीएम से अधिकारी ऑफिस में बैठकर हर ट्रांसफार्मर पर बिजली खपत की जानकारी ले सकेंगे. वहीं जिस ट्रांसफार्मर पर निर्धारित लोड से अधिक बिजली खपत होगी.उस क्षेत्र में अभियान के तहत कार्रवाई की जाएगी.

राजस्थान में जयपुर (Jaipur) डिस्कॉम की ओर से बिजली (Electricity) चोरी की समस्या कम करने के लिए हर जिला स्तर पर डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर मीटर (DTM) सिस्टम लगाया जा रहा है. नए प्रयोग से ट्रांसफार्मर स्तर तक प्रभावी मीटिंग होगी और मीटर से ट्रांसफार्मर तक हो रही बिजली खपत का डाटा स्टोरेज होगा. साथ ही ऑनलाइन अपडेट होगा. ऑनलाइन अपडेट होने से प्रत्येक ट्रांसफार्मर से जुड़े कनेक्शन पर हो रही बिजली खपत और आपूर्ति का पता लगाया जा सकेगा. इस सिस्टम से संबंधित अधिकारी ऑफिस में बैठकर ही एक-एक ट्रांसफार्मर पर बिजली खपत व आपूर्ति की जानकारी ले सकेंगे. इसके बाद जिस ट्रांसफार्मर पर निर्धारित लोड से अधिक बिजली खपत होगी. उस क्षेत्र में अभियान के तहत कार्रवाई की जाएगी.

उंगलियों पर होगी उपभोक्ताओं की जानकारी
डीटीएम की यह व्यवस्था उपभोक्ता से लेकर ट्रांसफार्मर तक की होगी. डीटीएम सिस्टम में उपभोक्ता का नाम, उसका घर, फीडर, ट्रांसफार्मर की जानकारी होगी. साथ ही उपभोक्ता कितनी बिजली का उपयोग कर रहा है और उसका बिजली का बिल कितना आ रहा है, यदि बिजली का बिल या बिजली उपयोग की यूनिट में अंतर आता है तो तुरंत ही पता चल जाएगा. इसके लिए ट्रांसफार्मर पर एनर्जी ऑडिटिंग मॉडम लगाए जा रहे है. साथ ही ट्रांसफार्मर के लोड की जानकारी भी रहेगी.

यह जानकारी जुटाई जा रही
जयपुर डिस्कॉम में 13 जिले आते हैं जबकि अन्य डिस्कॉम में भी यह कार्य किया जा रहा है. वर्तमान में प्रदेश का बिजली विभाग इस सिस्टम को पूर्ण रुप से लागू करने के लिए जानकारी जुटा रहा है. इसमें कार्यालय क्षेत्र में कितने जीएसएस हैं. हर जीएसएस पर कितने फीडर हैं. फीडर पर कितने ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं. हर ट्रांसफार्मर से कितने उपभोक्ताओं को बिजली की सप्लाई की जा रही है, यह सारा डेटा ऑनलाइन निगम कंट्रोल रूम को भेजा जा रहा है. अभी तक फीडर तक की ही बिजली चोरी ट्रेस की जाती थी. अब एक फीडर के अंदर आने वाले ट्रांसफार्मर पर डीटीएम डिवाइस लगाकर उपभोक्ता को पहुंचने वाली बिजली की खपत व बिजली के बिल की राशि की गणना की जाएगी.

डीटीएम का प्रयोग शुरू
विद्युत निगम की ओर से बिजली चोरी में कमी लाने के नाम पर शहरी क्षेत्रों में ही अधिक प्रयोग किए जा रहे हैं. जिले के अन्य कस्बों, नगरपालिका मुख्यालय व ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं. घरों पर स्मार्ट मीटर लगाने पर भी शहरों में ही दबाव बनाया जा रहा है. अधीक्षण अभियंता जीएस बैरवा ने बताया कि बिजली चोरी में कमी लाने के लिए शहर में डीटीएम लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. इससे चोरी छीजत ओर आपूर्ति के अंतर का पता लग जाएगा. पकड़े जाने पर नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी.

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