बीकानेर,मुस्लिम महासभा के राष्ट्रीय सचिव एन डी क़ादरी ने बताया कि राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर परिवारवाद एवं शहर विधायक काबिना मंत्री बीड़ी कल्ला को भी नजरंदाज करने के आरोप लग रहे हैं। नगर निगम बीकानेर में नेता प्रतिपक्ष का चयन डोटासरा ने अपने परिवार के नाम पर किया है। जबकि तीन बार के पार्षद रह चुके सीनियर को दरकिनार करते हुए 12 मुस्लिम पार्षद होते हुए भी अपने रिश्तेदार को बनाकर कांग्रेस को कमजोर करने का काम राजस्थान संगठन के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा कर रहे हैं । चेतना डोटासरा को बनाकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह लगातार परिवारवाद कर रहे हैं लोकल विधायक की राय नहीं ली गई । पार्षदों की रायशुमारी नहीं की गई 30 पार्षदों ने लिख कर दिया था । कि स्थानीय विधायक जो तय करेंगे उसको हम नेता प्रतिपक्ष मानेंगे परंतु प्रदेश अध्यक्ष ने जाटवाद को प्राथमिकता देते हुए परिवारवाद करते हुए जिस प्रकार से आरएएस के पेपर में अपने परिवार के लोगों को लगाया था जिसकी क्रिकरी कांग्रेस को झेलनी पड़ी है।वह मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ कि नये सिरे से कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर दी और बीकानेर में भी अपने परिवार की सदस्य को नेता प्रतिपक्ष बनाकर कांग्रेस को कमजोर करने का काम प्रदेश अध्यक्ष कर रहे हैं। 30 में से 12 मुस्लिम पार्षद है। मुसलमानों को बीकानेर में दोनों विधानसभा में कहीं भी टिकट मिलने की संभावना नहीं है। और निगम में 12 पार्षद होते हुए भी बिना रायशुमारी के अपने रिश्तेदार का चयन करके कांग्रेस को नुक्सान पहुंचाने का काम डोटासरा कर रहे हैं।
इससे पहले भी स्थानीय विधायक को नजरंदाज करते हुए । कई महत्वपूर्ण मामलों में प्रदेश अध्यक्ष नजरंदाज करते रहे यह सब बीकानेर शहर की आम अवाम देख रही है। मुस्लिम समाज के लोग भी काफी लंबे समय से यूआईटी अध्यक्ष पद के लिए बीकानेर से दिल्ली वाया जयपुर चक्कर लगा रहे हैं। हालात बता रहे हैं। इसमें भी मुस्लिम समाज को कामयाबी मिलती नजर नहीं आ रही है। जिसे भी समाज के लोग बहुत शांत भाव से बर्खास्त कर रहे हैं। इससे भी कांग्रेस से दिन प्रतिदिन मुसलमानों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। ऐसा ना हो कि इन हालात में देश के अन्य प्रदेशों सहित कांग्रेस पार्टी को हाल ही चार राज्यों जैसे परीणाम सामने आएं । इससे पहले ही पार्टी को सख्त निर्णय ले लेने चाहिए और सुधार करना होगा अन्यथा आने वाले वक्त में बीकानेर सहित अन्य जिलों में कांग्रेस कितनी कमजोर होगी वह सामने नजर आ रहा है।