बीकानेर जिले भर में यूरिया की भयंकर क़िल्लत है जो वास्तविक रूप से किल्लत नही है । क्योंकि जनवरी माह में इफको, कृभको, चंबल, आरसीएफ, एनएफएल इन सभी कॉम्पनियो के 5 रैंक यूरिया के बीकानेर जिले को मिले थे ।जिसमें लगभग 2.50 लाख बैग यूरिया मिली थी परंतु इनका वितरण सही नही किया गया। जनवरी माह में गांवो की सहकारी समितियों में यूरिया बिलकुल भी नहीं दी गई ।
यूरिया तो ज्यादातर बीकानेर के बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र के गोदामों में व करणी औद्योगिक क्षेत्र के गोदामो में गाड़ियां खाली कर कालाबजारी में महंगे दामों पर बेच रहे है। सोसाइटी और दुकानदार किसानो को यूरिया के साथ अन्य किटनाशक या किसान को बिना जरूरत का सामान दे रहे हैं। यूरिया आने पर किसान को लाइन में लगाकर 5 बैग यूरिया दे रहे हैं। परन्तु POS मशीन में 30, 40 बैग की इंट्री कर POS मशीन में स्टॉक निल कर देते है। यहां तक कि झुगी झोपड़ी की महिलाओं को लाइन में लगाकर उनके आधार कार्ड से POS मशीन में स्टॉक निल कर देते है और बची हुई हुए यूरिया किसानो को महंगे दामों पर बेचते हैं ।
इसलिए आप श्रीमान जी पत्र के माध्यम आग्रह करता हूँ कि आप यूरिया सही वितरण के लिए अपने कृषि विभाग अधिकारियों व कर्मचारियों को रैंक लगने से लेकर वितरण तक हर गाड़ी की मॉनिटरिंग कर हर गांव की सोसायटी तक यूरिया पहुंच जाएं ताकि किसान को बाजार में आकार लाइन में नही लगना पड़े ।