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बीकानेर,जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की साध्वीश्री मृगावती, सुरप्रिया व नित्योदया के सान्निध्य में शुक्रवार को तपस्वी अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। समारोह में बेळा, तेला व अट््ठाई, नौ दिन सहित विभिन्न तपस्या करने वालों व दीपक सज्जा स्पर्द्धा में अव्वल रही श्राविकाओं का सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, चातुर्मास समिति के संयोजक निर्मल पारख, श्रावक पूनम नाहटा व राजीव खजांची आदि अभिनंदन किया। चौविहार बिना जल के 23 उपवास करने पर कन्हैयालाल भुगड़ी व चिराग सुराणा की तपस्या की अनुमोदना की गई।
साध्वीश्री मृगावतीश्री ने प्रवचन में कहा कि तपस्या अनंत कर्मां को क्षय कर, आत्मा में बसे अंतर गुणों की साधना-आराधना है। तपस्या करने से न सिर्फ आत्म निर्मल होती है बल्कि अनंत कर्मों का क्षय होता है। तपस्या के अमृत का रसपान करने वाले बहुत भाग्यशाली होते है। तपस्या को जिन शासन में उच्च दर्जा दिया हुआ है। जिनकी आराधना सच्ची होती है, भाव निर्मल होते है उनके घर देव व गुरु सुख, शांति व समृद्धि के आशीर्वाद की वर्षा करते है। दादा गुरुदेव की दीप सज्जा प्रतियोगिता में मोक्षा डाकलिया प्रथम रही। प्रथम तीन के साथ अनेक श्राविकाओं को प्रोत्साहन पुरस्कार श्री कुमार पाल महाराजा का स्वरूप् धारण करने वाले यशवंत व अनुराग कोठारी परिवार की ओर से दिया गया। सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा ने बताया कि अक्षय निधि तप व अन्य तपस्याएं, जप, तप करने वालों का अभिनंदन किया जाएगा।

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