Trending Now




बीकानेर,प्रदेश में चल रही बिजली कमी के बीच नए वर्ष पर राहत की खबर सामने आई है। शनिवार को श्रीगंगानगर जिले में स्थित सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल थर्मल विद्युत गृह की दो इकाइयां शनिवार को पुनः शुरू कर दी गई हैं, जिसके बाद प्रदेश में 910 मेगावाट बिजली उत्पादन बढ़ गया है।राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक आर.के. शर्मा ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले में स्थित सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल थर्मल विद्युत गृह की 660 मेगावाट क्षमता की इकाई संख्या 7 तकनीकी फाल्ट के कारण 24 दिसम्बर को बन्द हो गई थी।

शर्मा ने बताया कि सुधार कार्य कर सभी पैरामीटर सही पाए जाने पर शनिवार तड़के 3.07 बजे सिंक्रोनाइज कर बिजली उत्पादन शुरू कर दिया गया है। वहीं 250 मेगावाट क्षमता की इकाई संख्या 1 तकनीकी फाल्ट के कारण 30 जून को बन्द हो गई थी, जिसे ठीक कर शनिवार सुबह 6.35 बजे से विद्युत उत्पादन शुरू कर दिया गया है।

प्रदेश में रोजाना साढ़े 15 हजार मेगावाट की है अभी डिमांड

रबी की फसलों में पानी देने और अन्य कार्य में बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश में रोजाना बिजली की डिमांड बढ़कर करीब साढ़े 15 हजार मेगावाट तक बढ़ गई है, जो आने वाले दिनों में 18 हजार मेगावाट तक पंहुचने की संभावना है। प्रदेश में बिजली की उपलब्धता करीब 12,500 मेगावाट है, जिसमें 5700 मेगावाट बिजली थर्मल प्लांट और हाइडल प्लांट्स से उत्पादन किया जा रहा है।इसके अलावा अन्य करीब 6800 मेगावाट बिजली का उत्पादन विडं, सोलर और अन्य स्रोतों से किया जा रहा है।नेशनल एक्सचेंज से की जा रही है चार हजार मेगावाट की खरीद

भारी बिजली संकट के कारण बड़े स्तर पर एक्सचेंज से बिजली की खरीद की जा रही है। इसको लेकर ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि प्रदेश में मौजूदा समय में करीब चार हजार मेगावाट बिजली नेशनल एक्सचेंज से अधिकतम रेट पर खरीदी जा रही है, लेकिन फिर भी पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल रही। अभी भी प्रदेश में बिजली कटौती की जा रही है। फसलों में सिंचाई के लिए भी बिजली की मांग में बढ़ोतरी हुई है। उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक आर.के . शर्मा ने बताया कि थर्मल प्लांट या अन्य बिजली उत्पादन के इकाई में तकनीकी खराबी के कारण उत्पादन बंद होने पर बिजली कटौती बढ़ाकर किसानों को बिजली आपूर्ति की जा रही है। फरवरी में बिजली की मांग पीक पर रहेगी। इस समय बिजली संकट गहरा सकता है। इसके लिए पहले से ही बिजली का इंतजाम करने की कोशिश की जा रही है ताकि निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई जारी रहे।

Author