Trending Now












बीकानेर,विधानसभा में संसदीय परंपराओं और कामकाज के बारे में जानकारी देने के लिए बनाए गए म्यूजियम में अब तक के विधानसभा अध्यक्षों और मुख्यमंत्री रहे नेताओं के आदमकद पुतले भी लगाए गए हैं.इन स्टेच्यू को बनाने में इस बात का ध्यान रखा गया कि यह नेता किस तरह के दिखते थे, उसी तरह के उनके स्टेच्यू भी बनाए जाएं. इसके लिए पुराने फोटो और पुराने लोगों से मदद ली गई.

विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बताया कि इन पुतलों के साथ मुख्यमंत्रियों के समय किए गए विशेष कार्यों का भी उल्लेख किया गया है. हालांकि विधानसभा के म्यूजियम में लगाए गए स्टेचू में से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का स्टेच्यू दोबारा बनवाया जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि म्यूजियम देखने वाले कुछ लोगों का कहना है कि वसुंधरा राजे का पुतला उनके मौजूदा व्यक्तित्व को सही तरीके से नहीं दर्शाता है.

राजस्थान विधानसभा में अनूठी पहल करते हुए पॉलिटिकल नरेटिव्स से जुड़ा म्यूजियम बनाया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की पहल पर बनाए गए इस म्यूजियम में संसदीय लोकतंत्र के बारे में लोगों को जानकारी देने का विशेष प्रयास किया गया है. स्पीकर डॉ सीपी जोशी ने बताया कि 14 नवंबर से एक महीने तक यह म्यूजियम स्कूली बच्चों के लिए निःशुल्क रहेगा. इस म्यूजियम में विधानसभा के सदन का मॉडल दिखाया है तो साथ ही राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रहे नेताओं और प्रदेश के अब तक के मुख्यमंत्रियों की भी आदम कद स्टेचू लगाई गई है.इनके जरिए यह जाना समझा जा सकता है कि पूर्वर्ती नेता किस तरह दिखते होंगे. इस सबके साथ राजस्थान के अब तक के विकास की यात्रा, प्रदेश में शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि, कृषि आंदोलन, सामाजिक विकास, औद्योगिक विकास और अन्य क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्य को भी दर्शाया गया है. दिसंबर से इस म्यूजियम को देखने के लिए टिकट तय किया जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि इस म्यूजियम को पर्यटन के मानचित्र पर भी लाया जा सके.

अगले 1 महीने में वसुंधरा राजे का नया स्टेच्यू बनकर तैयार हो जाएगा और इस म्यूजियम में लगा दिया जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया की लोग इस म्यूजियम के जरिए संसदीय परंपराओं के साथ कामकाज को भी बेहतर तरीके से समझ सकेंगे.

Author