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बीकानेर,सीमा की सुरक्षा को लेकर बीएसएफ का योगदान किसी से छिपा नहीं है और बीएसएफ के इस योगदान में रेतीले धोरों में सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने का साथी रेगिस्तान का जहाज ऊंट भी है.अब बीएसएफ एक नवाचार कर रहा है और बीएसएफ के इस नवाचार में ऊंटों पर सवार अब बीएसएफ की महिला सैनिक भी दिखाई (Camel riding female squad) देगी.

बीकानेर. राजस्थान व गुजरात के रेतीले धोरे व विषम भौगोलिक परिस्थितियों में ऊंट बीएसएफ के जवानों का एक अभिन्न साथी माना जाता रहा है. बीएसएफ का ऊंट दस्ता हर वर्ष दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड तथा बीएसएफ की स्थापना दिवस परेड पर अपनी मनमोहक प्रस्तुति देता है. हालांकि पिछले कुछ वर्षों से बीएसएफ में महिलाएं भी भर्ती होकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पुरुषों के संग कंधे से कंधा मिलाकर ड्यूटी कर रही हैं. इसी कड़ी में बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने एक नवाचार करते हुए बीएसएफ के ऊंट सवार दस्ते में पहली बार महिला बीएसएफ कार्मिकों को शामिल करने का निर्णय (Camel riding female squad) किया.

इसके लिए डीजी पंकज कुमार सिंह ने बीकानेर सेक्टर मुख्यालय के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ को बीएसएफ के महिला ऊंट सवार दस्ता तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी. राठौड़ ने बताया कि महिला ऊंट सवार दस्ता तैयार करने के लिए महिला प्रहरियों को पहले मनोवैज्ञानिक तौर पर तैयार किया गया. उसके साथ ही कुशल प्रशिक्षकों की निगरानी में बीकानेर क्षेत्रीय मुख्यालय में इन महिला प्रहरियों को ऊंट सवारी का गहन प्रशिक्षण दिया गया. बीकानेर सेक्टर मुख्यालय के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि अब प्रशिक्षण के बाद यह महिला ऊंट सवार दस्ता पूरी तरह से तैयार है और आगामी 1 दिसंबर को बीएसएफ के स्थापना दिवस (BSF foundation day) की परेड में शामिल होगा. उन्होंने बताया कि यह पूरी दुनिया में अपने आप में किसी भी आर्म्ड फोर्स का पहला महिला ऊंट सवार दस्ता होगा.

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