महाराष्ट्र . महाराष्ट्र में चमगादड़ की दो प्रजातियों में पहली बार घातक निपाह वायरस पाया गया है. पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के वैज्ञानिकों ने इसकी जानकारी दी है. निपाह वायरस डब्ल्यूएचओ द्वारा पहचाने गए पैथोजन्स की टॉप 10 प्राइमरी लिस्ट में शामिल है और यह चमगादड़ों के माध्यम से फैलता है.
मार्च 2020 के महीने में सातारा के महाबलेश्वर की एक गुफा से चमगादड़ के स्वैब के नमूने लिए गए थे. इस टीम का नेतृत्व करने वाली प्रज्ञा यादव के अनुसार, महाराष्ट्र में चमगादड़ की किसी भी प्रजाति में इससे पहले निपाह वायरस नहीं मिला था. चमगादड़ की प्रजाति में निपाह वायरस का पता लगना चिंता का विषय है क्योंकि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है और इसकी मृत्यु दर भी अधिक है.