बीकानेर,प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निबंधक कार्यालय की लापरवाही और लापरवाही का खामियाजा प्रदेश के नब्बे हजार युवक-युवतियां इन दिनों भुगत रहे हैं। दो महीने पहले डी.एल.एड. परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है।उसकी काउंसिलिंग के बाद अभी प्रवेश देने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। निदेशालय स्तर पर इस तरह की गंभीर लापरवाही के चलते डीएलएड का यह सत्र भी देरी से शुरू हो रहा है।
दरअसल प्रारंभिक शिक्षा में शिक्षक बनने के लिए आवश्यक दो वर्षीय शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रम (डी.ईएल.डी.) में प्रवेश के लिए ऑनलाइन काउंसिलिंग के लिए पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके बाद काउंसलिंग के बाद कॉलेज का आवंटन किया जाना है। विभिन्न कर्तव्यों और परीक्षाओं में व्यस्त निबंधक कार्यालय काउंसिलिंग के प्रति पूरी तरह से लापरवाह है। यही कारण है कि नब्बे हजार परीक्षार्थी न तो किसी अन्य कक्षा में प्रवेश ले पाते हैं। न ही डीएलएड की कक्षाएं शुरू हो रही हैं। ऐसे में इन उम्मीदवारों के लिए संकट खड़ा हो गया है।
एक सीट पर तीन प्रत्याशी
राजस्थान के 365 डीएलएड कॉलेजों की 24 हजार 720 सीटों पर प्रवेश के लिए प्री डीएलएड परीक्षा में शामिल हुए 90 हजार अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. यानी एक सीट पर तीन से ज्यादा अभ्यर्थियों के बीच दाखिले की होड़ होगी। निबंधक शिक्षा विभागीय परीक्षा राजस्थान बीकानेर ने अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए दो दिसंबर तक का समय दिया था. अभ्यर्थियों को तीन दिसंबरतक कॉलेज का विकल्प पेश करना था। मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों को इसी सप्ताह ऑनलाइन विकल्प के आधार पर शिक्षा विभाग द्वारा कॉलेज आवंटित किए जाएंगे।