बीकानेर,शांति एवं अहिंसा विभाग द्वारा 26 और 27 मार्च को राष्ट्र स्तरीय खादी ग्रामोद्योग कार्यक्रम नोखा रोड स्थित डागा पैलेस में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में विभिन्न प्रदेशों और राजस्थान के जिलों की खादी से जुड़ी संस्थाओं और ग्रामोद्योग के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
शांति और अहिंसा विभाग के सदस्य श्री सवाई सिंह ने बताया कि महात्मा गांधी ने विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करते हुए आमजन को खादी के रूप में बेहतर विकल्प दिया। आज के दौर में जन-जन तक महात्मा गांधी के 19 रचनात्मक कार्य पहुंचे, इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर शांति और अहिंसा प्रकोष्ठ स्थापित किया गया। जिसे बाद में शांति और अहिंसा विभाग के रूप में क्रमोन्नत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के साथ खादी को प्रोत्साहित करने से उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी श्रंखला में बीकानेर में पहली बार खादी और ग्रामोद्योग राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। इसमें राजस्थान के सभी जिलों के अलावा गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से खादी से जुड़े प्रतिनिधि भागीदारी निभाएंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम उद्घाटन सत्र प्रातः 11 बजे शुरू होगा।
हनुमानगढ़ जिला संयोजक श्रवण तंवर ने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन स्वतंत्रता आंदोलन में खादी की भूमिका, स्वरोजगार प्रदान करने में खादी संस्थाओं का योगदान तथा खादी उत्पादों का विपणन और बैंकों की भूमिका विषय पर विभिन्न सत्र आयोजित होंगे। इसी दिन सायं 6:30 बजे सर्वधर्म प्रार्थना सभा होगी।
बीकानेर जिला संयोजक संजय आचार्य ने बताया कि दूसरे दिन के कार्यक्रमों की शुरुआत प्रार्थना सभा, योगा और व्यायाम के साथ होगी। वही दूसरे दिन खादी संस्थाओं के उन्नयन में आधुनिक तकनीकी की भूमिका और खादी उत्पादों के विक्रय में फैशन डिजाइनिंग का उपयोग विषय पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा। इस दिन बुनाई सत्र भी आयोजित होगा। वहीं खुला सत्र आयोजित किया जाएगा। जिसमें आमजन के विचार रखे जाएंगे।
बैठक कर जानी तैयारियां*
इससे पहले शुक्रवार को रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र स्थित संस्था संघ कार्यालय में बैठक आयोजित हुई। अध्यक्षता राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ के अध्यक्ष इन्दू भूषण गोईल ने की। इसमें शांति एवं अहिंसा विभाग के सवाई सिंह, श्रवण कुमार तंवर, संजय आचार्य, हजारी मल देवड़ा, गिरधारी लाल, राजेन्द्र जी नेगी, शिशुपाल सिंह, खादी के संभाग अधिकारी मदनचन्द स्वामी सहित खादी संस्था समितियों ने भाग लिया।