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बीकानेर,साहित्यिक सामाजिक संस्था शबनम साहित्य परिषद् द्वारा गत वर्षों की भांति अर्पित किए जाने वाले महत्वपूर्ण सम्मान की कड़ी में नवाचार करते हुए बीकानेर के प्रतिष्ठित साहित्यिक रंगा परिवार की तीन पीढी-तीन रचनाकारों का सम्मान ‘आपका सम्मान 44 आपके द्वार” के तहत राष्ट्रीय स्तरीय शबनम साहित्य सम्मान 2021 बीकानेर में 19 नवंबर को प्रदान किया जावेगा। संस्था के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शायर अब्दुल समद राही ने बताया कि रंगा परिवार के बीकानेर एवं प्रदेश के वरिष्ठतम साहित्यकार कवि नाटककार एवं केन्द्रीय साहित्य अकादेमी नई दिल्ली के मुख्य राष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत लक्ष्मीनारायण रंगा जिनकी 125 पुस्तकें हिन्दी राजस्थानी की प्रकाशित हो चुकी है, आपकी रचनाएं कोटा एवं बीकानेर विश्वविद्यालय एवं मा. शिक्षा बोर्ड

अजमेर के पाठ्यक्रम में वर्तमान में पढ़ाई जा रही है। आपकी सात दशकों की लम्बी एवं समर्पित सृजन यात्रा है। इसी कड़ी में आपके पुत्र वरिष्ठ कवि कथाकार-व्यंग्यकार अनुवादक एवं आलोचक कमल रंगा भी केन्द्रीय साहित्य अकादेमी नई दिल्ली के अनुवाद विधा के राष्ट्रीय पुरस्कार से समादृत है आपकी से करीब 25 पुस्तके सिर्फ और सिर्फ राजस्थानी भाषा में प्रकाशित हो चुकी है। आप राजस्थानी भाषा मान्यता के अहिंसात्मक आंदोलन के प्रवर्तक है आपकी भी करीब चार दशकों की सृजन-साधना है इसी क्रम में रंगा परिवार की तीसरी पीढ़ी के युवा कवि

कथाकार एवं स्तंभकार पुनीत, कुमार रंगा की भी दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। आपको युवा कागद पुरस्कार-2020, अदबी उड़ान राष्ट्रीय राजस्थानी भाषा सम्मान 2019 एवं नगर निगम बीकानेर का साहित्य सम्मान 2018 के साथ वर्ष 2021 में बीकाणा सृजन सम्मान मिल चुका है। पुनीत रंगा हिन्दी राजस्थानी एवं अंग्रेजी भाषा में सृजनरत है राही ने बताया कि उक्त सम्मान में सम्मान पत्र, शॉल, साफा, श्रीफल आदि अर्पित कर तीनों रचनाकारों का सम्मान होगा। उक्त सम्मान संस्था के पदाधिकारी बीकानेर जाकर एक भव्य समारोह में सम्मान अर्पित करेंगे

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