बीकानेर, राष्ट्रीय बालिका दिवस सप्ताह के तहत सोमवार को महिला अधिकारिता विभाग की ओर से संवाद कार्यक्रम ‘क्यों जरूरी है बेटियों को सशक्त बनाना‘ का आयोजन पंचायत समिति सभागार में किया गया।
उपनिदेशक मेघा रतन ने बालिका सप्ताह के दौरान किए जाने वाले कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बेटियों केे सशक्त बनने से ही समाज के समन्वित विकास की परिकल्पना का साकार किया जा सकेगा।
कॅरियर काउन्सलर डॉ. चन्द्रशेखर श्रीमाली ने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए लक्ष्य निर्धारित करने के साथ इसे पाने के लिए कठोर परिश्रम करना होगा। उन्होंने कहा कि असफलता से घबराने की जरूरत नहीं।
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अनिल वर्मा ने किशोरी बालिकाओं में किशोरी बालिकाओं में खून की कमी के कारणों के बारे में बताया तथा इसे दूर करने के उपाय सुझाए।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डॉ. किरण सिंह तंवर ने कहा कि बेटियां सशक्त और समर्थ होंगी तो परिवार मजबूत होगा। शिक्षिका सरिता चांडक ने बालिका शिक्षा के प्रोत्साहन पर बल दिया। डाॅ. अजय शर्मा ने बालिका स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के बारे में बताया। चाहल्ड हैल्पलाइन के चेनाराम और कौशल्या ने हैल्पलाइन और आपात दूरभाष सेवा की जानकारी दी। किशोरी पलक और रानी ने भी विचार रखे।
संचालन मंजू नांगल ने किया। संरक्षण अधिकारी सतीश पड़िहार ने आभार जताया। इस दौरान प्रचेता, पर्यवेक्षक सहित अन्य कार्मिक मौजूद रहे।
*मंगलवार को आयोजित होगा राष्ट्रीय बालिका दिवस समारोह*
उपनिदेशक मेघारतन ने बताया कि बालिका दिवस के अवसर पर मंगलवार को देशनोक में कार्यक्रम होगा। इसमें उत्कृष्ट कार्य करने वाली बालिकाओं का सम्मान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बालिका सप्ताह के तहत 18 जनवरी को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ शपथ एवं हस्ताक्षर अभियान, 19 को लोगो अभियान एवं जाजम बैठक, 20 को चित्रकला एवं स्लोगन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।