बीकानेर, राज्यपाल कलराज मिश्र ने राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में आयोजित क्राफ्ट मेले और केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधीन कार्यरत सातों सांस्कृतिक केंद्रों के भव्य आंगन का शनिवार को उद्घाटन किया। उन्होंने लोक वाद्यों की सुमधुर ध्वनियों और लोक गीतों की रास, रंग और रस की त्रिवेणी का लुत्फ उठाया।
डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में शनिवार को शुरू हुए 14वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के पहले दिन राज्यपाल ने ई-रिक्शा में बैठकर सातों केंद्रों के आंगन का उद्घाटन और इनका अवलोकन किया।
राज्यपाल ने दक्षिणी सांस्कृतिक क्षेत्र (तंजावुर, तमिलनाडु), दक्षिण मध्य सांस्कृतिक क्षेत्र (नागपुर, महाराष्ट्र), उत्तरी सांस्कृतिक क्षेत्र (पटियाला, पंजाब), उत्तर मध्य सांस्कृतिक क्षेत्र (इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश), पूर्वी सांस्कृतिक क्षेत्र (कोलकाता, पश्चिम बंगाल), पूर्वोत्तर सांस्कृतिक क्षेत्र (दिमापुर, नगालैंड) एवं पश्चिमी सांस्कृतिक क्षेत्र (उदयपुर, राजस्थान)
के आंगन का उद्घाटन किया।
राज्यपाल ने इन आंगनों में देश के विभिन्न राज्यों के लोक कलाकारों के लोक नृत्यों और लोक गीतों का अवलोकन किया और इनकी सराहना की।
राज्यपाल ने दीप प्रज्वलित कर क्राफ्ट मेले का उद्घाटन किया। केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने राज्यपाल की अगवानी की और राज्यपाल के साथ रहे। राज्यपाल ने यहां जयपुर की ब्लू पोट्री, बगरू प्रिंट, उदयपुर के लकड़ी के खिलौने, मेटल वियर, बीकानेर की उस्ता कला और मथेरन कला से जुड़ी स्टॉल का अवलोकन किया। बीकानेर की सुनहरी कमल वाली उस्ता कला से बने चरखे की सराहना की।
राज्यपाल ने बीकानेर के मशहूर लोक कलाकार शिवजी सुथार के भजन, सुभाश्रीष सब्यसाची की बंबू से बने वाद्य यत्रों की संगीतमय प्रस्तुति प्रेरणा पंचारिया के देशभक्ति गीतों तथा नोखा के अनिल नागौरी के गीतों का लुत्फ उठाया। इंडियन आइडल फेम सवाई भाट ने गीतों की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
*शोभा यात्रा में झलकी विभिन्न राज्यों की बहुरंगी संस्कृति*
इससे पहले शोभायात्रा के साथ महोत्सव की शुरुआत हुई। केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने जूनागढ़ से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए डॉ. करणी सिंह स्टेडियम पहुंची। शोभायात्रा में विभिन्न प्रदेशों के लोक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
इस दौरान संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमिता प्रसाद सरभाई, बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़,
पश्चिमी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की निदेशक किरण सोनी गुप्ता, उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र पटियाला के निदेशक फुरकान खान आदि मौजूद रहे।