बीकानेर,सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय द्वारा ‘वैश्विक परिदृश्य में श्रीअन्न का परिप्रेक्ष्य’ विषय पर दो दिवसीय (25-26 अगस्त) राष्ट्रीय सम्मेलन शुक्रवार को शुरु होगा। अधिष्ठाता एवं सम्मेलन समन्वयक डॉ. विमला डुंकवाल ने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य मोटे अनाजों के सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक एवं भौगोलिक नवाचारी पक्षों पर मंथन करना है। खाद्य सुरक्षा के स्थाई समाधान में मोटे अनाजों की भूमिका, स्टार्टअप, उद्यमिता विकास तथा उत्पादन विपणन के साथ-साथ मोटे अनाज के उत्पादन व उपयोगिता को बढ़ाने के लिए सरकारी तंत्र एवं गैर सरकारी तंत्र की नीति एवं भूमिका पर देश के विभिन्न भागों से आए वैज्ञानिक, अधिकारी, उध्यमी एवं प्रगतिशील किसान मंथन करेंगे। इस अवसर पर सर्वोत्तम मौखिक व्याख्यान, पोस्टर प्रदर्शन, नवाचार एवं युवा वैज्ञानिक को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। 25 अगस्त को कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि राजस्थान स्टेट एग्रो इंडस्टरीज डेवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर लाल डूडी होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति डॉ. अरुण कुमार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के पूर्व कुलपति डॉ ए के सिंह तथा डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व निदेशक अनुसन्धान, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर अपना उद्बोधन देंगे।
इससे संबंधित प्रेस कांफ्रेंस गुरुवार को आयोजित हुई। इस दौरान कुलपति डॉ. अरुण कुमार, कुलसचिव अमित गोदारा, कार्यक्रम संयोजक डॉ विमला ढुंकवाल, प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. सुभाष चन्द्र, निदेशक अनुसंधान निदेशक प्रकाश सिंह शेखावत, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आईपी सिंह मौजूद थे।