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बीकानेर लूणकरणसर,समाज में महिलाओं की पहॅुच में सनेटरी नेपकिन की उपलब्‍धता को सुगम बनाने के लिए आज जिला कलेक्‍टर भगवती प्रसाद कलाल द्वारा नाबार्ड द्वारा वित्‍तपोषित बीकानेर जिले की पहली सनेटरी नेपकीन उत्‍पादन यूनिट का उदघाटन करते हुए उत्‍पादन ईकाई को महिला स्‍वयं सहायता समूह – खुशी राजीविका कलस्‍टर लेवल फेडरेशन को समर्पित किया उदघाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान भगवती प्रसाद कलाल ने संबोधित करते हुए महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान ज्‍यादा सुरक्षित रहने के लिए प्रेरित करते हुए अपने विचार साझा करते हुए उपस्थित महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान स्‍वच्‍छता अपनाने के लिए परिवार के साथ अपनी भावनाओं/समस्‍याओं को साझा करने तथा असमय आने वाली मुश्किल से बचने के लिए सैनेटरी नेपकिन का उपयोग करने के लिए परिवार के सदस्‍यों को आगे आकर सैनेटरी नैपकिन के उपयोग के लिए बात करनी चाहिए. इसी क्रम में उन्‍होने समाज में सैनेटरी नैपकिन के उपयोग को बढाने के लिए महिला सदस्‍यों को इस विषय पर खुलकर अपने विचार रखने के लिए संबोधित किया, महिलाओं के विचारों में सुदढता समाज को सुदढ विकसित कर सकती है, उन्‍होने स्‍पष्‍ट किया कि परिवार की महिलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य रहने पर परिवार ही नहीं समाज भी स्‍वास्‍थ्‍य रहता है. उन्‍होने नाबार्ड द्वारा उपलब्‍ध करवाई गई सैनेटरी नैपकिन मशीन के लिए नाबार्ड को साधुवाद देते हुए स्‍वयं सहायता समूहों की महिलाओं से इसके उत्‍पादन की विधि को जानते हुए इसके विपणन के लिए संसाधन उपलब्‍ध करवाने के लिए अपने विचार व्‍यक्‍त किये. इसी क्रम में जिला कलेक्‍टर ने आहवाहन किया कि नाबार्ड द्वारा उपलब्‍ध करवाई गई इस मशीन के माध्‍यम से बनाये गये सैनेटरी पैड को जिला प्रशासन, जिला परिषद तथा स्‍थानीय प्रशासन के माध्‍यम से पूरा सहयोग प्रदान किया जावेगा तथा आने वाले समय में मिशन उडान के साथ इनको जोडा जावेगा जिससे कि महिलाओं को आजीविका अर्जन में सहयोग प्रदान किया जा सकें.

आईएएस-सीईओ जिला परिषद नित्या के द्वारा उदघाटन के अवसर पर अपने विचार रखते हुए परिवार की सभी महिलाओं तथा बहनों को अपने परिवार की महिला सदस्‍यों की मुश्‍किल दिनों में मदद करने के लिए आगे आने तथा मॉ को इस जिम्‍मेवारी को बखूबी निभाने पर उदाहरण देते हुए बताया कि परिवार की मॉ के जागरुक होने पर बेटी को भी जागरुक किया जा सकता है तथा बेटी के मुश्किल समय में गंदे कपडे अथवा अन्‍य किसी माध्‍यम को उपयोग करने के बजाय सैनेटरी नैपकिन के इस्‍तेमाल से नई पीढी की बालिकाओं को अधिकांश बीमारियों से बचाया जा सकता है.
नाबार्ड के सहयोग से स्‍थापित सैनेटरी नैपकिन मशीन उदघाटन के अवसर पर नाबार्ड से जिला विकास प्रबंधक- सहायक महाप्रबंधक रमेश ताम्बिया द्वारा स्‍वयं सहायता समूहों की महिलाओे के माध्‍यम से अभी तक जहॉ पर सैनेटरी नैपकिन की उपलब्‍धता संभव नहीं हो सकी है को वहॉ तक पहॅचाने की आवश्‍यकता पर बल देते हुए सैनेटरी नैपकिन की उपयोगिता पर महिलाओं को मजबूती से आगे आने के लिए विचार रखे. वर्तमान में नाबार्ड तथा गुरु जंबेश्‍वर सेवा संस्‍थान के माध्‍यम से 90 महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन मैकिंग व मार्केटिंग के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, इसके अतिरिक्‍त स्‍वयं सहायता समूहों की अन्‍य महिलाओं को प्रशिक्षण के माध्‍यम से आजीविकोपार्जन की गतिविधियों में निपुण बनाने के लिए पूरा सहयोग प्रदान किया जावेगा.
उदघाटन के अवसर पर महिला प्रतिनिधि के रुप में उपस्थित सरपंच भंवरी देवी द्वारा नाबार्ड तथा जिला प्रशासन के सहयोग से राजीविका स्‍वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए आय अर्जन के लिए किये जा रहे कार्य के लिए साधुवाद प्रदान करते हुए सफल संचालन के लिए अपनी शुभकामनाए प्रदान की. इस अवसर पर उपस्थित ब्‍लाक विकास अधिकारी, तथा अन्‍य विभागो से पधारे पदाधिकारियों द्वारा स्‍वयं सहायता समूहों के माध्‍यम से सैनेटरी नैपकिन उत्‍पादन इकाई को प्रांरभ करने तथा लूणकरणसर के सभी गॉवों में इसे पहॅुचाने के लिए हर संभव मदद के लिए आगे आकर अपनी सहभागिता प्रकट की.
कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए राजीवीका के नवनियुक्‍त जिला परियोजना प्रबधंक राजेन्‍द्र विश्‍नोई तथा धर्मपालन विश्‍नोई, गुरु जम्‍भेश्‍वर सेवा संस्‍थान को सैनेटरी नेपकिन मशीन उत्‍पादन तथा विपणन के तीसरे बैच के प्रारंभ के अवसर पर उपस्थित गणमान्‍य जनो ने अपनी शुभकामनाओं के साथ इसकी उपलब्‍धता को ज्‍यादा से ज्‍यादा तथा दूर दराज के गॉवों में उपलब्‍ध करवाने के लिए
उदघाटन कार्यक्रम के दौरान लूणकरणसर पंचायत समिति से भारतीय स्‍टेट बैंक, इंडियन बैंक, दी सेन्‍ट्रल को-आपरेटिव बैंक, राजस्‍थान मरुधरा ग्रामीण बैंक ने भी नाबार्ड, राजीविका तथा गुरु जंबेश्‍वर सेवा संस्‍थान के माध्‍यम से प्रशिक्षित स्‍वयं सहायता समूहों को आवश्‍यकता के समय ऋण उपलब्‍ध करवाने के लिए अपनी योजनाओं के बारे में विस्‍तार से बताया तथा सतेन्‍द्र विश्‍नोई, प्रबंधक द्वारा स्‍वयं सहायता समूहों को समाज का सबसे मजबूर पिलर बताते हुए समय से ऋण उपलब्‍ध करवाने के लिए अपनी प्रतिबद्वता प्रकट की.

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