बीकानेर,जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के मुनि पुष्पेन्द्र विजय व मुनि श्रुतानंद विजय के सान्निध्य में जैन धर्म के 22 वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ जन्म कल्याणक पर चार दिवसीय कार्यक्रम शुक्रवार से 13 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। श्री आत्मानंद जैन महासभा के तत्वावधान शुक्रवार को रांगड़ी चौक के तपागच्छीय उपाश्रय में उपकरण वंदनावली का संगीत कार्यक्रम सुबह नौ से दस बजे तक होगा।
मुनिश्री पुष्पेन्द्र विजय ने बताया कि जैन मुनि 14 संयम उपकरण संयम अंकीकार कर आत्म कल्याणा का संदेश देते है। इन उपकरणों का भाव पूर्वक वंदन करने से पापों का प्रक्षालन व पुण्यों का संचय होता है। रजोहरण, मुहपत्ति, पात्रा, डंडा-डंडासन, मुनिवेश, माला, पुस्तक आदि उपकरण मूर्छा रहित जीवन जीने की प्रेरणा देते है। मुनि श्रुतानंद विजय ने कहा कि यह उपकरण सयम साधना की प्रेरणा देते है। उपकरण को प्राप्त कर पूर्व में कई चक्रवर्तियों, बड़े-बड़े राजाओं-महाराजाओं ने सर्वस्व त्याग कर संयम अंगीकार कर आत्म कल्याण किया। उन्होंने कहा कि भाव भक्ति साथ चार दिवसीय कार्यक्रमों में भागीदारी निभाने से पापों का क्षय व पुण्यों का उदय होगा।
चातुर्मास व्यवस्था कमेटी के सुरेन्द्र बद्धाणी जैन, शांति लाल कोचर ने बताया कि रांगड़ी चौक की तपागच्छीय पौषघशाला में वंदनावली, 10 अगस्त को राजूल के विलाप, 11 अगस्त परमात्मा का जन्म कल्याणक व 13 अगस्त को भगवान पार्श्वनाथ निर्वाण कल्याणक पर वामाथाल का आयोजन होगा। शाम को श्री आषाढ़ी श्रावणी की 108 आरती का आयोजन होगा।