बीकानेर.नगर निगम के आश्रय स्थल सुविधाओं से वंचित हैं। यहां रहने वाले लोगों को छत जरूर नसीब हो रही है, लेकिन आश्रय स्थल में मिलने वाली अन्य सुविधाओं से यहां आसरा लेने वाले लोग वंचित है।
कहीं पीने का पानी नहीं है तो कहीं गीजर और टीवी खराब पड़े हैं। सफाई कर्मचारी के अभाव में उचित सफाई भी नहीं है। एक आश्रय स्थल में तो रहने वाले लोगों को रजाई और गद्दे भी नसीब नहीं हो रहे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से लगा रखे सीसीटीवी कैमरे चारो आश्रय स्थलों में बंद हैं।
शहर में चार स्थानों पर नगर निगम की ओर से आश्रय स्थलों का स्थायी रुप से संचालन किया जा रहा है। इन आश्रय स्थलों में रहने वाले लोगों को मिल रही सुविधाओं की जानकारी लेने आश्रय स्थलों में सुविधाओं की हकीकत को जाना।
बीछवाल अग्निशमन केन्द्र सफाई कर्मचारी नहीं समय- शाम 4.10 बजे
बीछवाल अग्निशमन केन्द्र परिसर स्थित निगम आश्रय स्थल में टीवी बंद पड़ी है। गीजर खराब है। सीसीटीवी कैमरे चल नहीं रहे है। सफाई के लिए सफाई कर्मचारी ही नहीं है। जहां लोग रहते है, उस हॉल के एक कोने में कचरा व गंदगी पड़ी है। 12 पुरुष व 5 महिलाओं के रहने की व्यवस्था है।
रेलवे स्टेशन बाहर से लाकर पी रहे पानी समय – दोपहर 3.10 बजे :
रेलवे स्टेशन मटका गली स्थित निगम आश्रय स्थल में रहने वाले लोगों के लिए आश्रय स्थल में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। जिसे पानी पीना हो, उसे बाहर से लाकर पीना होगा। मशीन खराब पड़ी है। आश्रय स्थल में टीवी बंद है। गीजर खराब पड़ा है। सीसीटीवी कैमरे चालू नहीं है। 22 बैड की सुविधा है। करीब 20 लोग रोज रहते है।
जिला अस्पताल कैमरे बंद,महिलाओं के लिए स्थान नहीं समय – दोपहर 3.40 बजे
जिला अस्पताल परिसर स्थित निगम आश्रय स्थल में टीवी बंद एवं सीसीटीवी कैमरे चालू नहीं है। एक हॉल में आश्रय स्थल चल रहा है। महिलाओं के रहने के लिए अलग से कक्ष नहीं है। 15 लोगों के रहने की व्यवस्था है।
पीबीएम अस्पताल व्यवस्थाएं पूरी, चाय-नाश्ता की सुविधा
पीबीएम अस्पताल परिसर में नगर निगम व मारवाड जन सेवा समितिकी ओर से अस्थायी रैन बसेरे का संचालन किया जा रहा है। यहां 350 लोगों के रहने की व्यवस्था है। समिति के रमेश व्यास के अनुसारयहां रहने वाले लोगों के लिए सुबह चाय व नाश्ता की निशुल्क व्यवस्था रहती है।
निजी बस स्टैण्ड सोने के लिए गद्दे, ओढ़ने के लिए रजाई नहीं समय – शाम 4.40 बजे
श्रीगंगानगर रोड स्थित निजी बस स्टैण्ड परिसर में बने निगम आश्रय स्थल में रहने वाले लोगों के लिए गद्दे व रजाई की भी उचित व्यवस्था नहीं है। यहां 29 लोगों के रहने की व्यवस्था है। वर्तमान में 7-8 लोग ही रह रहे है। टीवी, कैमरे बंद है। गीजर खराब है। सफाई कर्मचारी नहीं है।
व्यवस्थाएं बदहाल, नहीं हो रहा गौर
नगर निगम के आश्रय स्थलों में व्यवस्थाएं बदहाल है। व्यवस्थाओं को देखकर लगता है कि लंबे समय से निगम के किसी सक्षम अधिकारी नेइन आश्रय स्थलों का निरीक्षण भी नहीं किया है। आश्रय स्थलों कासंचालन कर रही फर्म भी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। आश्रय स्थलोंके संचालन की जिम्मेदारी निगम की एनयुएलएम शाखा के पास है।बदहाल व्यवस्थाएं इस शाखा के प्रबंधकों की अनदेखी को भी उजागर कर रही है।