बीकानेर,जयपुर,उत्तराखंड मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एम.एल.बी. भट्ट ने आज निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर का दौरा किया। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा में शोध और अनुसन्धान के नवीन अवसर तलाशने के साथ और दोनों विश्वविद्यालयों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर हुए। निम्स के सलाहकार और एमओयू समन्वयक प्रो.अमेंरिका सिंह ने बताया कि दोनों पक्षो ने आपसी सहयोग, संयुक्त कार्यक्रमों और चिकित्सा शिक्षा के विकास के असिमित अवसरों पर सहमति जताई हैं। साथ ही दोनों विश्वविद्यालयों ने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा करने शिक्षा-कौशल विकास-चिकित्सकीय सेंवाओ के आदान प्रदान चिकित्सा शिक्षा मे सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। इस दौरान प्रो. भट्ट निम्स यूनिवर्सिटी के फैकल्टी और छात्रों के साथ संवाद भी किया। इस संवाद सत्र में चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान में नवीनतम रुझानों और प्रगति पर अंतर्दृष्टि प्रदान करते हुए प्रो. एम.एल.बी. भट्ट ने शिक्षको और छात्रों के साथ अनुभव सांझा किए।
*एमओयू पर खुशी जाहिर करते निम्स विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ.बीएस तोमर ने कहा कि* देश के दो विख्यात चिकित्सा संस्थाओं के बीच करार राजस्थान में स्वास्थ्य सुविधाओं और चिकित्सा शिक्षा के लिहाज से ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह सर्वश्रेष्ठ शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता के बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ा महत्वपूर्ण कदम है।
*प्रो.अमेरिका सिंह,सलाहकार निम्स ने कहा कि* एक “नोबल प्रोफेशन” के रूप में चिकित्सा करियर को वैश्विक मान्यता प्रदान की गई है। चिकित्सा एक ऐसा करियर है जिसमें आप अपने वैज्ञानिक और कलात्मक कौशल का प्रयोग कर सकते हैं, जीवन के विभिन्न पहलुओं के बीच संबंध स्थापित कर सकते हैं तथा व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों स्तरों पर मानवता के लिए योगदान दे सकते हैं।
*निम्स विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट डॉ. संदीप मिश्रा ने कहा की* इसके एमओयू के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा, शोध और हर तरह की चिकित्सा चुनौती से निपटने के लिए दोनों विश्वविद्यालय साथ मिलकर काम करेंगे। इससे चिकित्सा के छात्रों, शिक्षकों, शोधकर्ताओं और मरीजों की बड़ा फायदा होगा।
*निम्स हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पंकज सिंह ने कहा की* निम्स चिकित्सकीय उत्कृष्टता और चिकित्सा प्रशिक्षण की गुणवत्ता में अपेक्षित सुधारों के साथ चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नवीन अवसरो को बढ़ा रहा हैं। दोनों विश्वविद्यालय शिक्षण पद्धति के मॉड्यूल को बढ़ावा देने और प्रख्यापित करने का सांझा प्रयास करेंगे, स्वास्थ्य और टेलीमेडिसिन पर विशेष ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं में राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं पर भी काम करेंगे और उन्हें सुविधाजनक बनाएंगे।