बीकानेर। आबकारी अफसरों की मेहरबानी से बीकानेर जिला अब शराब की अवैध ब्रांचों का गढ़ बना गया है। इस मामले को लेकर ग़रज न्यूज रिपोर्टर ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि बीकानेर में शराब की अवैध ब्रांच गांव-गांव ढाणी-ढाणी में खुल गई है। जिलेभर में 250 से अधिकअवैध ब्रांचों में चारों प्रहर शराब बिकती है। कुछ जगहों पर तो गोदामों तक में ठेके खुल गए हैं। ऐसा नहीं है कि आबकारी या पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है। आबकारी महकमा सबकुछ जानते-समझते भी कुछ भी कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। पता चला है कि अनुसार रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र में आवंटित शराब दुकानों की आड़ में ठेकेदारों ने दर्जनभर ब्रांचे खोल रखी है। इसे लेकर औद्योगिक क्षेत्र उद्यमी और स्थानीय लोग आबकारी महमकें में ऊपर तक शिकायतें कर चुके है लेकिन फिर भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही। जानकार बताते हैं कि आबकारी महकमे की ओर से जिले के लाइसेंसधारी दुकानदारों को गोदाम भी आवंटित किए हैं। इन गोदामों से किसी तरह की शराब नहीं बेची जा सकती। यदि ऐसा करता हुआ कोई पाया जाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। जुर्माने के साथ शराब रखने के लिए अलग से
लोकेशन लिस्ट है कि बाहर ही नहीं आती…
शराब के अधिकृत गोदामों की लोकेशन तक तय है लेकिन आबकारी महकमे के अधिकारी इन गोदामों की लोकेशन सूची आसानी से बाहर नहीं देते। क्योंकि लिस्ट बाहर निकले तो इनकी पोल खुल जाए। जिला आबकारी अधिकारी भवानी सिंह राठौड़ से जब शराब दुकानों और गोदामों की लोकेशन लिस्ट मांगी तो उनका पहला सवाल था.. आप लिस्ट लेकर क्या करोगें, फिर टालमटोल कर गये लेकिन गोदामों की लोकेशन लिस्ट नहीं दी। बीकानेर में आवंटित शराब की दुकानों और गोदामों की लोकेशन लिस्ट अगर सार्वजनिक हो जाये तो यहां आबकारी अधिकारियों और शराब ठेकेदारों की पोल चौड़े आ जाये।
साथ आवंटी का लाइसेंस तक निरस्त किया जा सकता है। लेकिन इतना सबकुछ होने के बावजूद जिले में अब तक लाइसेंस निरस्त करने जैसी कार्रवाई नहीं हुई है।