बीकानेर,कहते हैं जब पर्व-त्योहार की खुशियों में शरीक होना ठान लिया जाए तो किसी भी तरह की शारीरिक व जन्मजात कमी बीच में नहीं आ सकती। ऐसा ही आज क्लब गार्डन में 50 से अधिक मूक-बधिर डीजे पर बजती गरबा और डांडिया नृत्यों के गीतों की धुनों पर उल्लास से सराबोर हुवे। डीजे के बेस और साइन लैंग्वेज के सहारे मूक बधिर गरबा और डांडिया नृत्य करेंगे। बीकानेर में इस प्रकार का यह पहला आयोजन हो रहा है,जिसमें केवल मूक बधिर दंपती व लोग ही शामिल हो सकेंगे। अन्य व्यक्तियों का इसमें प्रवेश निषेध रहेगा। इस आयोजन की संकल्पना संयोजक प्राची याग्निक के अनुसार,शहर में अनेक अवसरों पर गीत-नृत्यों के आयोजन होते हैं,लेकिन मूक-बधिर लोग इनसे सीधे नहीं जुड़ पाते हैं। क्योंकि ये न बोल सकते हैं और ना ही सुन सकते हैं। त्योहार की खुशियों में उल्लास के साथ भाग ले संके,इसलिए यह आयोजन किया जा रहा है। ये सभी लोग आपस में पहले से जुड़े हुए है।