- बीकानेर, उम्र के जिस पड़ाव में बुजुर्ग घर के किसी कमरे अथवा बॉलकोनी में बैठकर आयु का तकाजा कह कर आराम करते है, उस आयु में बीकानेर के वरिष्ठ खिलाड़ी मोहन सिंह सांखला देश के खिलाड़ियों से लोहा लेकर पदकों से अपनी झोली भर कर जिले और प्रदेश का मान बढ़ा रहे है। इनकी चपलता और फुर्ती ऐसी कि युवा भी इनसे शरमा जाए। 87 वर्ष की आयु के मोहन सिंह का खेलों के प्रति जोश और जुनून देखते ही बनता है। इनके मकान का एक कक्ष मास्टर्स एथलेटिक्स प्रतियोगिता में जीते गए पदकों और पुरस्कारों से सजा हुआ है। जिले से अन्तरराष्ट्रीय स्तर तक जीते गए पदक मोहन सिंह के जोश और जुनून के साथ इनकी खेलों के प्रति दीवानगी और अथाह प्रेम को भी प्रकट कर रहे है।
अब तक जीते 107 पदक
मास्टर्स एथलेटिक्स खिलाड़ी मोहन सिंह ने पैदल चाल, दौड़, भाला फेंक और बाधा दौड़ आदि में अब तक 107 पदक जीते है। इनमें 51 स्वर्ण पदक, 22 रजत पदक और 34 कांस्य पदक है। देश के दो दर्जन प्रदेशों सहित बैंकांक और हांगकांग में आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके है। वाराणासी में हाल ही में हुई नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स प्रतियोगिता में इन्होंने राजस्थान के लिए भाला फेंक और बाधा दौड़ में पदक जीते है।
नियमित अभ्यास व अच्छी डाइट जरूरी
वरिष्ठ खिलाड़ी मोहन सिंह का कहना है कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सुबह जल्दी उठना और शारीरिक श्रम व अभ्यास करना आवश्यक है। खिलाड़ी के लिए नियमित अभ्यास और दूध, फल आदि को भी जरुरी बताते है। इनका कहना है कि अच्छे स्वास्थ्य और दिमाग की स्वस्थता के लिए खेलकूद जरूरी है।