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बीकानेर,महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय स्कूल ऑफ लॉ मीडिया प्रभारी डॉ सीमा जैन ने बताया कि आज अवध प्रकाश बनाम शांति देवी के काल्पनिक वाद पर आधारित मूट कोर्ट का मंचन किया गया। मूट कोर्ट मंचन के इस अवसर पर माननीय कुलपति प्रोफेसर विनोद कुमार सिंह ने मूट कोर्ट का महत्व बताते हुए इसे व्यावहारिक ज्ञान की प्राप्ति का एक सशक्त साधन बताया। स्कूल ऑफ लॉ के निदेशक प्रोफेसर राजाराम चॉयल ने मूट कोर्ट के अभ्यास को भविष्य की नींव बताया। स्कूल ऑफ लॉ के समन्वयक डॉक्टर धर्मेश हरवानी ने विद्यार्थियों को कहा कि मूड कोर्ट आपकी प्रतिभा निखारने का एक अवसर है इसमें आज की मेहनत जीवन के किस मोड़ पर कब काम आएगी कहना कठिन है किंतु यह मेहनत आगे जरूर काम आएगी। उप कुलसचिव डॉ विठ्ठल बिस्सा ने बताया कि कानून के सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान के तहत इस तरह की गतिविधियां निश्चित रूप से विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने का काम करेगी। अवध प्रकाश बनाम शांति देवी विवाह विच्छेद से संबंधित एक सिविल वाद का मंचन था जिसमें राजपाल सिंह, स्नेहा व्यास, सूर्य प्रताप सिंह, सुनील बिश्नोई, चंद्रकांत नारायण स्वामी, प्रियांशी स्वामी, बेरिशाल सिंह, इमरान खान, रिंकी चावला, प्रवेंद्र सिंह, सुहानी दीक्षित, दिव्या तवर, देओल चौधरी, ध्रुव सिंह भाटी, योगेंद्र सिंह सोलंकी, विजेंद्र सिंह, किशोर जांगिड़ एवं ईश्वर दयाल आदि विद्यार्थियों ने भाग लिया। मूट कोर्ट का नाट्य रूपांतरण डॉ भरत कुमार जाजड़ा ने किया एवं मूट कोर्ट का निर्देशन डॉक्टर भरत कुमार जाजड़ा, डॉक्टर कप्तान चंद्र, डॉकटर दुर्गा चौधरी, मेहा खिडिया, उपासना शर्मा ने किया। मंच सज्जा अनिता कुमावत वर्षा पवार मोनिका पवार ने की।

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