बीकानेर, विश्वकर्मा गेट के बाहर मुक्ता प्रसाद वाल्मीकि बस्ती के एम.एम.ग्राउंड में वाल्मीकि समाज सामूहिक विवाह समिति, बीकानेर के तत्वावधान में बीकानेर की 40 बस्तियों व कॉलोनियों में रहने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों के सहयोग से तीसरा सामूहिक विवाह शुक्रवार को सुबह सवा ग्यारह बजे मांगलिक मुहूर्त में होगा । एम.एम.स्कूल समिति के पदाधिकारी व कार्यकर्ता विभिन्न व्यवस्थाओं को सुचारू व व्यवस्थित बनाने में देर रात तक लगे है। सामूहिक विवाह में 11 जोड़े परिण्य सूत्र में बंधेंगे।
वाल्मीकि समाज सामूहिक विवाह समिति, बीकानेर के संयोजक किशन सारस्वत, अध्यक्ष बबलेश चांवरिया, कोषाध्यक्ष विश्वनाथ बारासा, सह कोषाध्यक्ष भंवर लाल चांवरिया, प्रचार मंत्री श्रवण चांवरिया, विशेष सदस्य पुखराज चांवरिया, विरेन्द्र जैदिया व श्रवण कुमार सयोता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं की टीमें सामूहिक भोजन, वर-वधु के बैठने, उनके रिकार्ड संकलित करने,बारातों के स्वागत सहित विभिन्न व्यवस्थाओं में लगे है। उन्होंने बताया कि सामूहिक विवाह के लिए गठित 5 समितियों के सदस्य विभिन्न कार्यों के दायित्वों का निर्वहन कर रहे है।
वाल्मीकि समाज सामूहिक विवाह समिति के संयोजक किशन सारस्वत ने बताया कि वाल्मीकि समाज का यह तीसरा सामूहिक विवाह है। वर्ष 2017 में पुष्करणा स्टेडियम में 11 तथा वर्ष 2019 में एम.एम.स्कूल मैदान में हुए सामूहिक विवाह में 26 जोड़े परिण्य सूत्र में बंधे थे। उन्होंने बताया कि समिति की ओर से वधु पक्ष को सोने-चांदी के मांगलिक आभूषण, पलंग, गद््दे, अलमारी, कुर्सियों, बर्तन आदि सामग्री प्रदन की जाएगी। शुक्रवार को वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरूआत सुबह सवा दस बजे गणेश पूजन से होगी, सवा ग्यारह बजे बारात का स्वागत, उसके बाद पाणिग्रहण संस्कार, प्रीतिभोज व विदाई होगा।
समिति अध्यक्ष अध्यक्ष बबलेश चांवरिया ने बताया कि परिण्य सूत्र में बंधने वाले 8 दूल्हे बीकानेर शहर, एक नापासर, एक फड़ोद, नागौर का, एक पिपाड़ा पाली जिले के तथा दुल्हनों में 5 कन्याएं बीकानेर शहर की तथा 3 मेड़ता सिटी व दो लाडनूं तथा एक कुचरा की नागौर की है। बाहर से आने वाले दूल्हा-दूल्हन व उनके परिजनों के प्रवास व भोजन आदि की व्यवस्था समिति ने की है। बारातें गोकुल सर्किल से रवाना होकर एम.एम.ग्राउंड पहुंचेगी। बारातों में भोड़े प्रदर्शन नहीं करने व किसी तरह का नशा कर नहीं आने अपील समाज से की गई। उन्होंने बताया कि सामूहिक विवाह में बीकानेर की 40 बस्तियों व राजस्थान के विभिन्न जिलों के करीब 8 से 10 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि वाल्मीकि समाज के साथ अन्य समाज व बिरादरी, पुलिस व जिला प्रशासन, विभिन्न वाल्मीकि समाज के संगठनों का सहयोग मिल रहा है। सामूहिक विवाह में परिण्य सूत्र में बंधने वालों का विवाह पंजीयन व सरकार की सामूहिक विवाह योजना का लाभ दिलाने के प्रयास किया जाएगा।