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बीकानेर, बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने सोमवार को विधानसभा में बीकानेर में खाद्य पदार्थों की जांच के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की फूड टेस्टिंग लैब स्थापित करने की मांग रखी।
विधायक ने कहा कि बीकानेर खाने-खजाने के शौकीन लोगों का शहर है। यहां के भुजिया, पापड़ मिठाईयों और बड़ी का स्वाद देश के साथ विदेशों में विशेष पहचान रखता है। यहां का परंपरागत उद्योग खाद्य पर आधारित है। वर्तमान में नमकीन और पापड़ कुटीर उद्योग के रूप में बीकानेर शहर में 1800 से अधिक कुटीर उद्योग संचालित हैं। एफएसएसएआई मानक के अनुसार खाद्य पदार्थों की जांच समय-समय पर करवाना अनिवार्य है। इसके मध्यनजर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा खाद्य पदार्थों की जांच के लिए गुड़गांव, दिल्ली और गुजरात सैंपल भिजवाए जाते हैं। इस पर ढाई से पांच हजार रुपए प्रति सैंपल व्यय होता है। जो कि छोटे उद्योगों के लिए बहुत अधिक है और इस कारण छोटे उद्यमी अधिक उत्पादन नहीं कर पाते और ना ही बाजार की आवश्यकता के अनुसार रकम चुका सकते हैं। उन्होंने बताया कि जांच के अनुसार गुणवत्ता से जुड़ा विवरण देना खाद्य पदार्थों के लिए अनिवार्य है। ऐसा नहीं करना कानून का उल्लंघन माना जाता है। उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर बीकानेर में फूड टेस्टिंग लैब स्थापित होने से उद्यमियों को नमूनों की जांच की सुविधा बीकानेर में ही मिल जाएगी उन्होंने लैब के माध्यम से फिजिकल, केमिकल और न्यूट्रिशन जांच की मांग रखी और कहा कि बीकानेर में यह लैब स्थापित होने से उत्पादन बढ़ेगा तथा निर्यात के लिए अन्य व्यापारी भी आगे आ सकेंगे।