बीकानेर,नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने आज विधानसभा में बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए नोखा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं सहित अन्य मांगों को सरकार के समक्ष रखा ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि बजट को लेकर सरकार ने बहुत प्रचार प्रसार किया कि बजट युवाओं को समर्पित है लेकिन पिछले चार साल से बीस से अधिक भर्तियों की मांग को लेकर कई बार युवाओं ने प्रदर्शन, धरना, ज्ञापन दिए गए । उनका कुछ नही किया गया । युवाओं ने पंचायतीराज में कनिष्ठ अभियंता, सीएचए, एएनएम, जीएनएम, सूचना सहायक, कम्प्यूटर अनुदेशक, विधुत इंजीनियर, माध्यमिक शिक्षा में विभिन्न पदों, जलदाय विभाग में,स्टेनोग्राफर, टेक्निकल हेल्पर, चिकित्सा अधिकारी भर्तियों की मांग की और पशु चिकित्सक की भर्ती लम्बे समय से रुकी हुई है । युवाओं ने मांगा मण और दिया कण ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि नोखा क्षेत्र में पिछले बजट में हुई घोषणा पर काम धीमी गति से चल रहा है । नहरी पानी परियोजना का काम बहुत धीमें चल रहा है उसकी रफ्तार बढ़ाई जाए और कई ढ़ाणियां सर्वे में वंचित है उन्हें जोड़ा जाए, जेसलसर व धुपालिया में टँकी की जगह गलत चिन्हित की है और ग्राम पंचायत की बिना परमिशन के जगह चिन्हित की है उसे बदलकर सही जगह चिन्हित किया जाए ।
स्टेट हाइवे 20 बी जसरासर से बीकानेर के नवीनीकरण व सुदृढ़ीकरण की बजट घोषणा तीन साल पहले हुई यह सड़क पांच विधायको के क्षेत्र लगते है । लेकिन अभी तक कार्य प्रारंभ नही हुआ है ।
नोखा में स्वीकृत मुंशीफ कोर्ट व एडीजे कोर्ट की अभी तक जगह चिन्हित नही हुई है जगह चिन्हित कर भवन निर्माण का कार्य स्वीकृत करवाया जाए ।
नोखा को जिला बनाने की मांग लम्बे समय से की जा रही है इसलिए नोखा को जिला बनाया जाए ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि नोखा में सैंगाल धोरा बड़ा धार्मिक स्थल है महाशिवरात्रि को बड़ा मेला भरा जाएगा । पांचू से सैंगाल डब्ल्यूबीएम सड़क की हालत खराब है, मेले के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ेगी इसलिए इसको तत्काल सही करवाया जाए ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि नोखा क्षेत्र की महत्वपूर्ण सड़क गजसुखदेसर से धुपालिया वाया झाड़ेली- काकड़ा- बाढ़ काकड़ा 25 किमी. नोखा पंचायत समिति के पांच गांवों को आपस में जोड़ती है ।,
खारा से कुम्भासर वाया सैंगाल धोरा-पांचू 30 किमी. जो पांचू पंचायत समिति मुख्यालय को एक तरफ से 12 ग्राम पंचायतों व दूसरी तरफ से पांच ग्राम पंचायतों से जोड़ती है । जांगलू से ढिंगसरी वाया बरंगावाली नाडी-साथरी- खेजड़ली फांटा 17 किमी ,
जेगला से सुरपूरा वाया रासीसर 15 किमी , नोखागांव से सुरपुरा जो ग्रामीण परिवहन आवागमन के लिए सभी बहुत महत्वपूर्ण सड़क को स्वीकृत किया जाए ।
बीकानेर जिले का पाँचू सबसे बड़ा गांव है वहां सीवरेज की बड़ी समस्या है इसलिए पाँचू में सीवरेज व ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की जाए जिसकी लागत 25 करोड़ आएगी ।
उपस्वास्थ्य केंद्र भामटसर, जैसलसर, धरनोक को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत किया जाए और
कक्कू में पुलिस चोकी खोली जाए एवं विधुत की समस्या को देखते हुए बंधाला, देसलसर द्वितीय, खिचियासर, जैसलसर में 33 केवी जीएसएस स्वीकृत किया जाए ।
*विधायक बिश्नोई ने प्रवासी भाइयो की चिंता की*
विधायक बिश्नोई ने आज विधानसभा में प्रवासी भाइयो की सुरक्षा की चिंता की ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि हमारे राजस्थान प्रदेश के व्यापारी भाई बड़ी संख्या में देश के विभिन्न हिस्सों में अपना करोबार करते है । ये ऐसे लोग है जो अपने पुरूषार्थ व व्यवसाय कौशल से राजस्थान का नाम रोशन कर रहे है । अन्य प्रदेशो में हमारे इन परिवारों को मारवाड़ी के नाम से पुकारा जाता है । मुझे सदन को बताते हुए हर्ष होता है कि हमारे मारवाड़ी भाई हमारे राज्य के आर्थिक तंत्र को भी बेजोड़ मजबूती प्रदान कर रहे है । लेकिन इसके साथ-साथ हमें सदन को यह बताते हुए भी बहुत दुःख होता है कि इन प्रवासी मारवाड़ियों के साथ वहां के गुण्डा संगठनों द्वारा भारी अन्याय व अत्याचार किया जाता है, स्थानीय बदमाशो द्वारा हमारे इन मारवाड़ी परिवारों से जबरन हफ्ता-वसूली, मारपीट तथा कई बार इन्हे जान से भी मार दिया जाता है । विगत में ऐसी कई घटनाएं घट चुकी है, किन्तु आज तक किसी आपराधिक संगठन या व्यक्ति के खिलाफ प्रभावी कानूनी कार्यवाही नहीं हुई है ।
ऐसे में व्यापारियों, मजदूरों, नौकरीपेशा राजस्थानियों को देश के पूर्व से लेकर पश्चिम, उत्तर से लेकर दक्षिण तक के राज्यों में भारी अत्याचार सहना पड़ रहा है । उन लोगों को स्थानीय गुण्डों के रहमोकरम पर मोटी रकम चुका-चुकाकर व अनचाहे समझौतों के साथ चैबीसों घण्टे भारी डर और खौफ के साये में जीना पड़ रहा है। पूर्वोत्तर राज्यों के केन्द्र आसाम में तो अब गुलाबजी भाई साहब संवैधानिक प्रमुख महामहिम राज्यपाल बनकर जा रहे है परंतु पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, आंध्रा, तेलंगाना आदि में कौन चिंता करेगा । मैं सदन के माध्यम से सरकार से अपील करता हूँ कि हमारी सरकार हमारे प्रदेश के व्यापारियों को उचित सुरक्षा देने के लिए संबंधित राज्यों की सरकारों से वार्ता करें व कम से कम प्रत्येक राज्य की राजधानी स्तर पर प्रवासी राजस्थानी व्यापारियों, मजदूरों तथा नौकरीपेशा मारवाड़ी भाईयों की जानमाल व व्यापार की सुरक्षा हेतु चौबीसों घन्टे नियंत्रण कक्ष की स्थापना करें, ताकि किसी भी अनहोनी घटना पर पीड़ित परिवार को तत्काल आपात मदद मुहैया कराई जा सके। जिससे कि हमारे मारवाड़ी भाई देश के किसी भी कौने में निर्भय होकर अपना सुरक्षित कारोबार कर सके ।
कोरोना काल की विभिषिका में हमने इसकी कमी को बहुत महसुस किया था जब देश के अलग-अलग प्रदेशो में फंसे मजदूर व व्यापारी भाइयों को अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ा था, तब हमने प्रारम्भ में 2-4 प्रशासनिक अधिकारियों को संबंधित प्रदेश की सरकारों प्रशासन से कोर्डिनेशन के लिए लगाया था जो अपर्याप्त था फिर हमने राजस्थान कैडर के संबंधित प्रदेशो के आईएएस, आईपीएस अफसरों को इस काम में लगाया था, परंतु उस कठिन दौर में यह भी अपर्याप्त ही था इसलिए प्रत्येक राज्य में इस हेतु राजस्थान सरकार का एक कार्यालय या तंत्र विकसित होना चाहिए ।