बीकानेर,नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने राजस्थान विधानसभा में राजस्थान राज्य पथ परिवहन सेवा (बिना टिकट यात्रा-निवारण (संशोधन) विधेयक 2021 की चर्चा में भाग लेते कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट लोक कल्याण का काम है । आरएसआरटीसी की रोडवेज बसों की स्थिति बहुत खराब है जो राजस्थान की बसे देश के सभी निगमो में सबसे सुंदर होती थी लेकिन अब उस रोडवेज बस व निगम की बहुत दुर्गति है और इस विधेयक द्वारा जुर्माना बढ़ाने से राजस्थान रोडवेज का घाटा पूरा नही होगा ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि निगम में 2014 के बाद कोई नई भर्ती नही हुई है । पिछले वर्षों में पांच हजार से अधिक सेवानिवृत्त हुवे कर्मचारियों को पेंशन भी नही मिल रही है । अवैध बसों के संचालन पर प्रभावी रोक लगानी चाहिए तथा सरकार को भी रोडवेज को अतिरिक्त बजट देकर मदद करनी चाहिए ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि मंत्री जी ने जनवरी में ग्रामीण बसों के रूट की सूचना मांगी थी हमने तुरन्त हमारे क्षेत्र के 15 ग्रामीण रुट की सूचना भिजवा दी थी लेकिन कभी तक 2-3 रुट पर ही बसे शुरू हुई है इसलिए तुरन्त सभी ग्रामीण रूटों पर बसों को संचालन शुरू किया जाए ताकि जनता को आवागमन में सुविधा हो और निगम को राजस्व अर्जित हो ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि बीकानेर निगम के आगार का स्वामित्व अभी तक रोडवेज के पास नही है । धारीवाल जी की नजर पूरे राजस्थान पर है और रोजाना नए नए विधेयक लेके आ रहे है कंही यूआईटी से कॉलोनी नही काट दे इसलिए तुरन्त स्वामित्व रोडवेज को दिलाए ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि प्रतापसिंह जी 2018 में रोडवेज कर्मचारियों के धरने में तब के कांग्रेस अध्यक्ष के साथ पहुंच कर कर्मचारियों की बात सुनकर सरकार आने पर सभी मांगे पूरा करने का वादा करके आये लेकिन सरकार का आधा समय निकल जाने के बाद भी आपको यह मंत्रालय भी मिला लेकिन अभी तक कोई मांग पूरी नही हुई और ना ही निगम के हालात सुधरे ।
अगर आप रोडवेज में सुधार करवाना चाहते हो तो निगम को खत्म करके राज्य सरकार में मर्ज करना होगा तभी सुधार होगा । इसके लिए आपने खुद सरकार को पत्र भी लिखा है । अगर सुनवाई नही हो रही है तो जैसी आज सदन की स्थिति है प्रताप अकेले बैठे है….हमने उस प्रताप को भी देखा है जो अकेला ही मातृभूमि के लिए लड़ा है । उस प्रताप ने भी अकबर से लोहा लेते हुवे एक चिठी लिखी थी
अरे घास री रोटी ही , जद बन बिलावडो ले भाग्यो
नान्हो सो अमरियो चीख पड्यो,राणा रो सोयो दुख जाग्यो ।
यह चिठी मिलने के बाद बीकानेर के राजा पृथ्वीराज व पीथळ ने दुबारा प्रताप को चिठ्ठी लिखी ….
म्है आज सुणी ह , चातकडो धरती रो पाणी पीवे लो
म्है आज सुणी ह , नाहरियो श्यालां र सागे सोवे लो
म्है आज सुणी ह , सुरज डो बादल री ओट्यां ख़ोवे लो
और आज बीकानेर की धरती से विधायक बिहारी बिश्नोई का दायित्व बनता है कि अगर वहां सुनवाई नही हो रही है तो तलवार उठाओ और संघर्ष करो । निगम को विभाग बनाने तक लड़ो और रोडवेज की स्थिति सुधारो एवं फिर यह विधेयक लागू करो ।