बीकानेर,नोखा,आज राजस्थान विधानसभा में नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने कृषि एवं पशुपालन विभाग की चर्चा में भाग लेते हुए किसानों की विभिन्न समस्या से सरकार को अवगत करवाया ।
विधायक बिश्नोई ने चर्चा शुरू करते हुए कहा कि
“पैर हो जिनके मिट्टी में, दोनों हाथ कुदाल पर रहते है, सर्दी, गर्मी या फिर बारिश सब कुछ ही वे सहते है, आसमान पर नजर हमेशा वे आंधी तूफ़ां सब सहते है । खेतो में हरियाली आये दिन और रात लगे रहते है मेहनत कर वे अन्न उगाते पेट अभी का भरते है वो है मसीहा मेहनत का उसको किसान हम कहते है ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि राज्य सरकार ने बहुप्रचारित किया कि कृषि बजट अलग से पेश किया है । बजट 2021-22 में 5.4 प्रतिशत प्रावधान किया, लेकिन एक्चुअल बजट में सम्भावित का माईनस दस प्रतिशत रहा है । बजट 2022-23 में 5 प्रतिशत का प्रावधान किया जो आरई में 4.2 प्रतिशत हो गया और एक्चुअल में ओर भी कम होने की संभावना है । बजट 2023-24 में 4.3 प्रतिशत प्रावधान किया जो तीन साल में सबसे कम है और देश के सभी प्रदेशो के औसत बजट 5.8 प्रतिशत से बेहत कम है ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि ” ओ धोरां रो देश, देश मे चांदी बरणी रेत, रेत में मोती निपजे ओ…..
ये मोती है बाजरा, ग्वार, मूंग, मूंगफली, उड़द, सोयाबीन और कपास, चावल, सरसो, गेंहू, चना जीरा और अनार । इस धोरो की धरती को कर रहे है गुलज़ार ।
परन्तु इन मोती रूपी फसलों व उनको उपजाने वाले अन्नदाता की हालत दयनीय है ।
2023 को भारत के प्रस्ताव पर यूएन ने इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया है । मोठे अनाज में बाजरा सबसे पहली पसंद है । देश मे सबसे ज्यादा बाजरे का उत्पादन राजस्थान में होता है । राजस्थान की सभी फसलों में बाजरे का क्षेत्रफल सबसे बड़ा है । फिर भी राज्य सरकार बाजरे की सरकारी खरीद एमएसपी पर नही कर रही । जिससे किसानों को मजबूरन आधे दाम पर बाजरा बेचना पड़ रहा है । सरकार को बाजरे की सरकारी खरीद शुरू करनी चाहिए । बाजरे के बीज की सभी वेरायटी या किस्म राजसीड 100 से 150 में बेचती है । लेकिन राज्य सरकार के वैज्ञानिकों ने मई 2022 में भारत सरकार की बिना परमिशन के अंतरराष्ट्रीय बाजरा महोत्सव करवा दिया और उसमें निजी सीड कम्पनी पायनियर की पैरवी की और कहा कि किसान पायनियर का बीज बोए । जो बाजार में 700 रुपये में मिलता है । जबकि राज्य के पास जो किस्मे है उनसे यह बेहतर नही । बाजरे को मिड डे मील व एनएफएसए में शामिल किया जाए ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि बीकानेर की नमकीन- भुजिया जिनकी पहचान देश विदेश में है और यह मोठ से बनता है । बीकानेर के बीकाजी, हल्दीराम, बीकानेर वाला, भीखाराम चान्दमल, सोनगिरी कुए का हनुमान भुजिया, नोखा का मारुति उद्योग, जीकेजी, जैन भुजिया ने पहचान बनाई है । हाल ही में दुबई के गोल्फ फ़ूड फेस्टिवल में बीकानेरी भुजिया पापड़ एग्रो फूड की धाक है । नोखा में एशिया की सबसे बड़ी मोठ मंडी है इसका विस्तार किया जाए एक अलग से फूड पार्क की तर्ज पर मोठ पार्क , औद्योगिक प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित किया जाए । मोठ क्षेत्रीय फसल होने के कारण एमएसपी में शामिल नही है, इसलिए पश्चिम बंगाल सरकार के जुट आयोग की तर्ज पर मोठ आयोग बनाकर दस हजार रुपये क्विंटल से किसानों से खरीदा जाए ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र व आसपास के क्षेत्र में प्याज बहुतायत में पैदा होता है । परंतु फसल बेचने में किसान को दिक्कत आती है इसलिए जसरासर में प्याज मंडी खोली जाए । राज्य सरकार प्याज भंडारण शेड पर 87000 का अनुदान दे रही है उसे बढ़ाकर तीन लाख किया जाए ।
राजस्थान में सात लाख हेक्टेयर में जीरा बोया जाता है लेकिन शर्म की बात है कि राजस्थान में जीरे की मंडिया ही नही है मात्र एक मंडी जोधपुर में है जो 1.5 बीघा में है । सरकार से मांग है कि 25 जीरा मंडिया पश्चिम राजस्थान में खोली जाए । ताकि प्रदेश के किसानों को गुजरात की ऊंजा मंडी नही जाना पड़े और राजस्थान को जीएसटी व टेक्स का अरबो रुपये का नुकसान ना हो ।
विधायक बिश्नोई ने नोखा में फल सब्जी मंडी खोलने नोखा कृषि मंडी का विस्तार करने की मांग की ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि हाल ही में प्रदेश में सरसों की फसल शीतलहर, पाले, ओलावृष्टि से लगभग चौपट हो गयी, सरकार ने गिरदावरी करवाई लेकिन फर्जी गिरदावरी कर खानापूर्ति की गई 25 से 30 प्रतिशत तक नुकसान दिखाया गया जिसमें फसल बीमा की मिड सीजन एडवरसिटी लागू नही हुई अगर लागू होती तो प्रत्येक किसान को तत्कालीन सहायता के रूप में 3500 रुपये प्रति बीघा मिलता है और क्रॉप कटिंग के समय 10 हजार रुपये बीघा मिलता ।
राज्य सरकार कृषि कॉलेज लगातार खोलती जा रही है, इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नही किये जा रहे है । इसको लेकर आईसीएआर ने भी प्रदेश की कृषि शिक्षा की खराब हालात पर साल उठाये है । अब 29 कृषि कॉलेज उच्च शिक्षा के अधीन दे दिए जो समझ से परे है । बीकानेर कृषि विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम शुरू किया जाए, सीटे बढ़ाई जाए, । सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के समस्त मापदंड पूरे करती है इसलिए भारत सरकार को लिखना चाहिए ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग एक तरफ तो 2018 की भर्ती में सभी विषय मे एमएससी करने वाले बेरोजगार को नियुक्ति आदष दे रही है लेकिन दूसरी तरफ 2022 की भर्ती मद तीन विषयों के अलावा किसी को नियुक्ति नही दे रही । एक ही नियुक्ति के लिए दो तरह के नियम के चलते हजारों बेरोजगार नियुक्ति से वंचित रह रहे ये कैसा कानून ??
विधायक बिश्नोई ने कहा कि राजीव ग़ांधी कृषक साथी सहायता योजना में मृतक आश्रित को मात्र दो लाख रुपये मिलते है इसे बढ़ाकर कम से कम पच्चीस लाख किया जाए ।
राजस्थान में यूरिया की भारी किल्लत सरकार ने बताई लेकिन पिछले तीन सालों में राज्य ने जितना यूरिया व डीएपी मांगा उससे ज्यादा केंद्र सरकार ने दिया तो कालाबाजारी कहाँ हुई जांच का विषय है ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि पशु चिकित्सको के 900 पदों की भर्ती कोर्ट में अटकी पड़ी है 5 माह से उसका डिसीजन पेंडिंग सरकार तत्काल डिसीजन करवाकर नियुक्ति दे ।
सरकार ने लंपी में मृत दुधारू गाय का चालीस हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है लेकिन विभाग के पास दुधारू मृत गाय का आंकड़ा ही नही है ।इसलिए इसको तर्कसंगत बनाकर सब को दिया जाए ।